*फसल बीमा कार्य का बहिष्कार करेंगे कृषक मित्र*
*प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सबसे बड़ा घोटाला-सुभाष सिंह*
*चतरा*- आज गुरुवार को स्टेडियम में कृषक मित्र महासंघ की बैठक जिला अध्यक्ष सत्यानंद दुबे की अध्यक्षता में हुई।बैठक में बतौर मुख्य अतिथि महासंघ के प्रदेश महासचिव सुभाष सिंह शामिल हुए।बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों
को छले जाने से बचाने पर चर्चा हुवा।बैठक को संबोधित करते हुए सुभाष सिंह ने कहा कि किसानों को आज तक बीमित राशि का एक रुपया भी नहीं मिला।बीमा गजट में 20 जुलाई तक 75 % धान का रोपाई नहीं होने पर बीमित राशि का 25 प्रतिशत भुगतान करने का प्रावधान है जो किसान 20 जुलाई तक बीमा कराता है सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले तीनों गत वर्ष 20 जुलाई तक 0 से 2 प्रतिशत रोपाई हुवा फ़िर भी 2016 से 2018 तक किसानों को एक रुपया भी नहीं मिला।प्रत्येक वर्ष नए नए प्राइवेट कंपनियां के माध्यम स ठग ठग कर किसानों का पैसा लुटवाया जाता है। बार बार छले जा रहे किसान इस ठग फसल बीमा योजना को समझ गए हैं और बीमा कराना नहीं चाहते हैं।तब ये भ्रष्ट सरकार मुफ्त बीमा करना शुरू कर दिया है।निजी कंपनियों को मोहरा बना कर सरकारी खजाना से जनता की गाढ़ी कमाई को बीमा के नाम पर लूटने का साजिश किया जा रहा है।जो किसानों को समझना चाहिए।मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूँ कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक बहुत बड़ा घोटाला है।ऐसे में कृषक मित्रों को प्रधानमंत्री फसल बीमा कार्य से दूर रहना है।और किसानों को बीमा नहीं कराने को कहना है।बीमा करने के एवज में कृषक मित्रों को 10 रुपये प्रति फार्म और 1प्रतिशत कमीशन मिलने का प्रावधान है परंतु आज तक किसी तरह का कमीशन नहीं मिला।कृषक मित्रों को मानदेय लागू करने के मामले पर सरकार झूठ बोलने की सीमा पार कर चुकी है।सरकार के किसान और किसान मित्र के बिरुद्ध उदासीन रवैये से क्षुब्ध होकर प्रदेश नेतृत्व ने पूरे झारखंड में फसल बीमा का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।सत्यानंद दुबे ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार जिले के सभी कृषक मित्रों को बीमा कार्य का बहिष्कार करना है।जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है लड़ाई जारी रहेगी।मौके पर सुरेन्द्र प्रसाद, कन्हैया प्रसाद सिंह, संजय कुमार सिंह, सुलेखा सिंह, ओमप्रकाश सिंह समेत कई कृषक मित्र नेता उपस्थित थे।
*प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सबसे बड़ा घोटाला-सुभाष सिंह*
*चतरा*- आज गुरुवार को स्टेडियम में कृषक मित्र महासंघ की बैठक जिला अध्यक्ष सत्यानंद दुबे की अध्यक्षता में हुई।बैठक में बतौर मुख्य अतिथि महासंघ के प्रदेश महासचिव सुभाष सिंह शामिल हुए।बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों
को छले जाने से बचाने पर चर्चा हुवा।बैठक को संबोधित करते हुए सुभाष सिंह ने कहा कि किसानों को आज तक बीमित राशि का एक रुपया भी नहीं मिला।बीमा गजट में 20 जुलाई तक 75 % धान का रोपाई नहीं होने पर बीमित राशि का 25 प्रतिशत भुगतान करने का प्रावधान है जो किसान 20 जुलाई तक बीमा कराता है सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले तीनों गत वर्ष 20 जुलाई तक 0 से 2 प्रतिशत रोपाई हुवा फ़िर भी 2016 से 2018 तक किसानों को एक रुपया भी नहीं मिला।प्रत्येक वर्ष नए नए प्राइवेट कंपनियां के माध्यम स ठग ठग कर किसानों का पैसा लुटवाया जाता है। बार बार छले जा रहे किसान इस ठग फसल बीमा योजना को समझ गए हैं और बीमा कराना नहीं चाहते हैं।तब ये भ्रष्ट सरकार मुफ्त बीमा करना शुरू कर दिया है।निजी कंपनियों को मोहरा बना कर सरकारी खजाना से जनता की गाढ़ी कमाई को बीमा के नाम पर लूटने का साजिश किया जा रहा है।जो किसानों को समझना चाहिए।मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूँ कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक बहुत बड़ा घोटाला है।ऐसे में कृषक मित्रों को प्रधानमंत्री फसल बीमा कार्य से दूर रहना है।और किसानों को बीमा नहीं कराने को कहना है।बीमा करने के एवज में कृषक मित्रों को 10 रुपये प्रति फार्म और 1प्रतिशत कमीशन मिलने का प्रावधान है परंतु आज तक किसी तरह का कमीशन नहीं मिला।कृषक मित्रों को मानदेय लागू करने के मामले पर सरकार झूठ बोलने की सीमा पार कर चुकी है।सरकार के किसान और किसान मित्र के बिरुद्ध उदासीन रवैये से क्षुब्ध होकर प्रदेश नेतृत्व ने पूरे झारखंड में फसल बीमा का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।सत्यानंद दुबे ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार जिले के सभी कृषक मित्रों को बीमा कार्य का बहिष्कार करना है।जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है लड़ाई जारी रहेगी।मौके पर सुरेन्द्र प्रसाद, कन्हैया प्रसाद सिंह, संजय कुमार सिंह, सुलेखा सिंह, ओमप्रकाश सिंह समेत कई कृषक मित्र नेता उपस्थित थे।
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