वन विभाग ने दिया बांस से हस्तनिर्मित सामग्री निर्माण का प्रशिक्षण
चतरा/सिमरिया :- वन विभाग ने गुरुवार को सिमरिया प्रखंड के उरुब गांव के तुरी टोला के 30 ग्रामीणों को बांस से हस्तनिर्मित सामग्री निर्माण का दे रही प्रशिक्षण। प्रशिक्षण 15 दिनों तक दक्षिणी वन प्रमंडल के पिरी रेंज के रेंजर सुनील कुमार द्वारा आयोजित किया जा रहा है। पहले दिन मौके पर जिप सदस्य जयप्रकाश सिंह और सहायक वन संरक्षक आरके सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए रेंजर श्री कुमार ने कहा कि तुरी समाज बांस की सामग्री बनाने की कला जानते हैं। बस इन्हें बाजार की मांग के अनुसार आधुनिक सामग्री के निर्माण में सिद्धहस्त होने की जरूरत है। ताकि वे इस कला को कमाई की जरीया बना सकें। सहायक वन संरक्षक पदाधिकारी ने कहा कि महानगरों में बांस के बने सजावटी सामग्री की जबरदस्त मांग है। प्रशिक्षणार्थियों को वैसे सामग्री का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वालंबी बनाना ही प्रशिक्षण का उद्देश्य है। रेंजर छोटेलाल ने ग्रामीणों को वन विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने तथा वनों को सुरक्षित रखने की अपील की। कार्यक्रम के उपरांत लोगों को विभाग के द्वारा सर्टिफिकेट एवं 500 रुपये की पूंजी दी जाएगी ताकि वे बांस खरीद कर सामग्री का निर्माण कर व्यापार शुरू कर सकें। कार्यक्रम का संचालन रेंजर जगन्नाथ कुमार और धन्यवाद ज्ञापन पवन सिंह ने किया। मौके पर रेंजर कैलाश सिंह, दयानंद ओझा, उमेश कुमार सहित उप मुखिया, वार्ड सदस्य, ग्रामीण और प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।
चतरा/सिमरिया :- वन विभाग ने गुरुवार को सिमरिया प्रखंड के उरुब गांव के तुरी टोला के 30 ग्रामीणों को बांस से हस्तनिर्मित सामग्री निर्माण का दे रही प्रशिक्षण। प्रशिक्षण 15 दिनों तक दक्षिणी वन प्रमंडल के पिरी रेंज के रेंजर सुनील कुमार द्वारा आयोजित किया जा रहा है। पहले दिन मौके पर जिप सदस्य जयप्रकाश सिंह और सहायक वन संरक्षक आरके सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए रेंजर श्री कुमार ने कहा कि तुरी समाज बांस की सामग्री बनाने की कला जानते हैं। बस इन्हें बाजार की मांग के अनुसार आधुनिक सामग्री के निर्माण में सिद्धहस्त होने की जरूरत है। ताकि वे इस कला को कमाई की जरीया बना सकें। सहायक वन संरक्षक पदाधिकारी ने कहा कि महानगरों में बांस के बने सजावटी सामग्री की जबरदस्त मांग है। प्रशिक्षणार्थियों को वैसे सामग्री का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वालंबी बनाना ही प्रशिक्षण का उद्देश्य है। रेंजर छोटेलाल ने ग्रामीणों को वन विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने तथा वनों को सुरक्षित रखने की अपील की। कार्यक्रम के उपरांत लोगों को विभाग के द्वारा सर्टिफिकेट एवं 500 रुपये की पूंजी दी जाएगी ताकि वे बांस खरीद कर सामग्री का निर्माण कर व्यापार शुरू कर सकें। कार्यक्रम का संचालन रेंजर जगन्नाथ कुमार और धन्यवाद ज्ञापन पवन सिंह ने किया। मौके पर रेंजर कैलाश सिंह, दयानंद ओझा, उमेश कुमार सहित उप मुखिया, वार्ड सदस्य, ग्रामीण और प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।
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