करंट के चपेट में आने से खटाल संचालक की मौत
चतरा : शहर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति को लेकर विद्युत आपूर्ति प्रमंडल द्वारा लगाए बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। स्थिति यह है कि लोगों को सुविधा मयस्सर कराने के उद्देश्य से लगाया गया यह तार आज शहर वासियों के लिए काल बन गया है। आए दिन यह जर्जर तार या तो टूट कर सड़क पर गिर रहे हैं या फिर शहर से होकर गुजरने वाली यात्री व मालवाहक वाहनों को अपनी चपेट में ले लेते हैं। जिससे या तो शहरवासी अकाल मौत के गाल में समा रहे हैं या फिर छोटी बड़ी घटनाएं विभाग और जिला प्रशासन को खुली चुनौती दे रही हैं। अहले सुबह मवेशियों को चारा देने के उद्देश्य से पानी लाने चापाकल पर गए संतोष यादव नामक खटाल संचालक की मौत विद्युत प्रवाहित 11 हजार करंट के चपेट में आने से हो गई। जानकारी के अनुसार शहर के गंधारी मंदिर इलाके में संचालित खटाल के संचालक संतोष यादव मवेशियों को चारा देने के उद्देश्य से पानी लाने मारवाड़ी मोहल्ला स्थित चापाकल पर गए थे। यहां पानी भरने के दौरान अचानक ग्यारह हजार करंट का तार टूट कर सड़क पर गिर गया। सड़क पर गिरा तार ने संतोष को अपनी चपेट में ले लिया। तार के चपेट में आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आनन फानन में स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को घटना की सूचना देकर लाइट कटवाया और संतोष को उपचार के लिए सदर अस्पताल ले गए। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने संतोष को मृत घोषित कर दिया। इधर घटना से आक्रोशित मृतक के परिजन मुआवजे व नौकरी की मांग को लेकर सड़क पर उतर कर दुकानों को बंद कराना शुरू कर दिया। जिसकी सूचना मिलते ही नगर परिषद उपाध्यक्ष सुदेश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। इस दौरान उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने सरकारी प्रावधानों के अनुसार मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये का आर्थिक सहयोग देने की बात कही। जिसके बाद परिजन शांत हुए। *लापरवाह कार्य एजेंसी के विरुद्ध दर्ज होगी प्राथमिकी* शहर के जर्जर विद्युत तारों को बदलने की जिम्मेवारी विद्युत आपूर्ति प्रमंडल ने हैदराबाद की एजेंसी मेसर्स गोपी कृष्णा को दिया है। एजेंसी को आपूर्ति प्रमंडल द्वारा डेढ़ वर्ष पूर्व ही कार्य आवंटन कर दिया गया है। इसके तहत एजेंसी को अभियान के तहत शहर के जर्जर तारों को बदलते हुए नए तार लगाने थे। लेकिन एजेंसी का काम इतना धीमा है कि करीब डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक तार बदलने की प्रक्रिया पूरी तरह से शुरु भी नहीं हुई है। ऐसे में आए दिन शहर के विभिन्न इलाकों में तार गिरने के कारण घट रही छोटी बड़ी घटनाओं का कोपभाजन शहरवासियों को होना पड़ रहा है। शहरवासियों की माने तो खटाल संचालक संतोष यादव की करंट से मौत की घटना कार्य एजेंसी के लापरवाही का ही नतीजा है। पीड़ित परिजनों ने कार्य एजेंसी के विरुद्ध सदर थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। .
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