चतरा :
नदी से प्यास बुझा रहे हैं सरौना के ग्रामीणों की खबर प्रमुखता से प्रसारित किए जाने के बाद पंचायत के मुखिया सुरेंद्र यादव ने ग्रामीणों की सुध ली है। खबर पर संज्ञान लेते हुए दारियातु पंचायत के मुखिया सुरेंद्र यादव ने गांव में विगत छह माह से खराब पड़े इकलौते चापाकल को न सिर्फ अपने खर्च पर दुरुस्त कराने का प्रयास किया बल्कि चापाकल ठीक नहीं होने पर ग्रामीणों के समक्ष उत्पन्न समस्या को गंभीरता से लेते हुए टैंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई। इस दौरान स्वयं टैंकर लेकर कमात पहुंचे मुखिया ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए शुद्ध पेयजल का वितरण किया। मुखिया ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व पिछड़ी जाति बहुल कमात के सरौना बस्ती में लोगों की सुविधा के लिए पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के द्वारा बोरिंग कराया गया था। लेकिन बोरिंग होने के बाद से लगातार चापाकल खराब है।
कई बार निजी खर्च पर खराब पड़े चापाकल की मरम्मत भी कराई लेकिन दो-चार दिन ठीक रहने के बाद वह पुनः खराब हो जाता है। ऐसे में यहां निवास करने वाले लोग चापाकल खराब होने की स्थिति में बस्ती से सटे जुआड़ी नदी के गंदे पानी से अपनी प्यास बुझा रहे थे। मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या की सूचना प्रेस क्लब चतरा के माध्यम से मिली तो मैंने पुनः चापाकल ठीक कराने के लिए मिस्त्री भिजवाया। लेकिन मिस्त्री ने चेक करने के बाद जापाकल जाम होने की बात बताते हुए बनाने में असमर्थता जताई। ऐसे में भीषण गर्मी के बीच पानी की कमी से लोगों को जूझना न पड़े इसे लेकर तत्काल निजी मद से बस्ती में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था किया गया है। उन्होंने बताया कि लॉक डॉन समाप्त होते ही बस्ती में नए चापाकल के लिए बोरिंग करा दिया जाएगा।
नदी से प्यास बुझा रहे हैं सरौना के ग्रामीणों की खबर प्रमुखता से प्रसारित किए जाने के बाद पंचायत के मुखिया सुरेंद्र यादव ने ग्रामीणों की सुध ली है। खबर पर संज्ञान लेते हुए दारियातु पंचायत के मुखिया सुरेंद्र यादव ने गांव में विगत छह माह से खराब पड़े इकलौते चापाकल को न सिर्फ अपने खर्च पर दुरुस्त कराने का प्रयास किया बल्कि चापाकल ठीक नहीं होने पर ग्रामीणों के समक्ष उत्पन्न समस्या को गंभीरता से लेते हुए टैंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई। इस दौरान स्वयं टैंकर लेकर कमात पहुंचे मुखिया ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए शुद्ध पेयजल का वितरण किया। मुखिया ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व पिछड़ी जाति बहुल कमात के सरौना बस्ती में लोगों की सुविधा के लिए पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के द्वारा बोरिंग कराया गया था। लेकिन बोरिंग होने के बाद से लगातार चापाकल खराब है।
कई बार निजी खर्च पर खराब पड़े चापाकल की मरम्मत भी कराई लेकिन दो-चार दिन ठीक रहने के बाद वह पुनः खराब हो जाता है। ऐसे में यहां निवास करने वाले लोग चापाकल खराब होने की स्थिति में बस्ती से सटे जुआड़ी नदी के गंदे पानी से अपनी प्यास बुझा रहे थे। मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या की सूचना प्रेस क्लब चतरा के माध्यम से मिली तो मैंने पुनः चापाकल ठीक कराने के लिए मिस्त्री भिजवाया। लेकिन मिस्त्री ने चेक करने के बाद जापाकल जाम होने की बात बताते हुए बनाने में असमर्थता जताई। ऐसे में भीषण गर्मी के बीच पानी की कमी से लोगों को जूझना न पड़े इसे लेकर तत्काल निजी मद से बस्ती में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था किया गया है। उन्होंने बताया कि लॉक डॉन समाप्त होते ही बस्ती में नए चापाकल के लिए बोरिंग करा दिया जाएगा।
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