*वन क्षेत्र कुन्दा में सेवानिवृत्त हो रहे वनपाल बालेश्वर राम को दी गई विदाई*
वनपाल बालेश्वर राम का सेवाकाल काफी सराहनीय रहा:-रामजी सिंह
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शॉल ओढ़ाकर विदाई देते हुए |
*वनरक्षी को शिक्षक में बहाली होने से इन्हें भी विदाई दिया गया*
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माला पहनाते हुए |
कुंदा(चतरा) : कुंदा वन क्षेत्र कार्यालय परिसर में सोमवार को विदाई समारोह का आयोजन कर सेवानिवृत्त वनपाल बालेश्वर राम व शिक्षक में नियुक्त हुए वनरक्षी सुरेंद्र राम को माल्यार्पण एवं शॉल और गिफ्ट देकर विदाई दिया गया। वनपाल बालेश्वर राम ने वनरक्षी के पद पर 1978 ईस्वी में नियुक्त हुए थे।जिन्होंने 33 वर्ष वनरक्षी के पद पर इमानदारी व निष्ठा पूर्वक अपनी कार्य को किए और इन्हें वर्ष 2011 में इन्हें वनपाल प्रोन्नति दी गई। इन्होंने अपने 8 वर्ष वनपाल पद पर भी कार्य किए इस अपनी नौकरी की जीवन में कभी भी विभाग की ओर किसी प्रकार की कोई दाग नहीं लगा और विदाई समारोह में उपस्थित ग्रामीणों एवं वन पदाधिकारियों के समक्ष बालेश्वर राम अपना अनुभव को साझा किया उन्होंने कहा कि वन विभाग में सबसे पहली योगदान राजपुर में दिया था।पहले के समय में आज के जैसी सुविधा मुहैया नहीं करायी जाती थी।पहले एक साइकिल दी जाती थी।जिससे वनों का परिभ्रमण कर देखभाल करते थे।मैं पहले एक वनरक्षी था।उसके बाद मुझे वनपाल के रूप में कार्यभार दिया गया। मैं अपने सेवाकाल के दौरान सभी पदाधिकारी एवं ग्रामीणों से बेहतर सामंजस्य बनाने को लेकर हमेशा से तत्पर रहा हूं।एवं मेरे सेवाकाल में एक भी विभागीय दण्डनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है और अंत में बालेश्वर राम ने अपने इस आयोजित विदाई समारोह में सभी कर्मचारियों को अपने विभागीय दायित्व को पूरा करते हुए अपने जैसा सेवानिवृत्त होने का आशीर्वाद दिया।वन क्षेत्र कुंदा के सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी ने सेवानिवृत्त वनपाल बालेश्वर राम के कर कमलों में अभिनंदन पत्र समर्पित किया है और कहां है की
*यह सांझ उषा का आंगन आलिंगन बिरह मिलन का,चीर हास्य आश्रुमय में आंगन रे इस मानव जीवन का*।
ईस मौके पर रेंजर रामजी सिंह,नये योगदान देने वाले वनपाल विजेंद्र चौधरी,वनरक्षी मुकेश कुमार,मुन्ना उरांव,अरुण कुमार, अमित कुमार नायक, सुबोध सोनी,रंजीत कुमार,वन अध्यक्ष विजय पासवान,जगदीश गंझु,अनुग्रह यादव ,नगीना गंझु आदि मौजूद थे।