*फर्जी क्लिनिकों के विरूद्ध छापेमारी की ख़बर सुन क्षेत्र से गायब हो गये झोला छाप डाक्टर*
*रातों रात उतर गए नामी गिरामी डॉक्टरों के नाम के फर्जी बोर्ड*
*जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से फर्जी चिकित्सकों में मचा हड़कंप*
प्रतापपुर (चतरा) :-जिला प्रशासन द्वारा फर्जी क्लीनिकों के विरुद्ध चलाए जा रहे छापेमारी अभियान से प्रतापपुर प्रखंड के आलावे पूरे जिले में भी हड़कंप मच गया है। आलम यह है कि देखते ही देखते रातों-रात फर्जी क्लीनिकों से फर्जी चिकित्सकों के बोर्ड उतार दिए गए ।बताते चलें कि ग्रामीण चिकित्सकों के विरुद्ध चल रहे छापेमारी अभियान के पूर्व प्रतापपुर के कुछ क्लीनिकों के ऊपर नामी-गिरामी डॉक्टरों का बोर्ड लगा दिया गया था। पर छापेमारी की खबर सुनते ही सारे बोर्ड हटा लिए गए। इससे साफ पता चलता है कि जिनका बोर्ड लगा हुआ था वह भी फर्जी चिकित्सक ही थे जिनके नाम पर इस क्षेत्र के गरीब लोगों का आर्थिक शोषण किया जा रहा था। वहीं गधे के सींग की तरह फर्जी चिकित्सक भी क्षेत्र से गायब हो गए हैं। हालांकि ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा कार्य बंद कर देने से क्षेत्र के गरीब व सामान्य परिवार के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह हो गए हैं कि लोग सीमावर्ती क्षेत्र के रानीगंज , इमामगंज (बिहार) की ओर इलाज के लिए रुख कर रहे हैं।जबकि अन्य प्रखंड के लोग जिला मुख्यालय व हजारीबाग जाने पर मजबूर हो रहे है।
*फर्जी क्लिनिकों के विरूद्ध छापेमारी की ख़बर सुन क्षेत्र से गायब हो गये झोला छाप डाक्टर* |
*रातों रात उतर गए नामी गिरामी डॉक्टरों के नाम के फर्जी बोर्ड*
*जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से फर्जी चिकित्सकों में मचा हड़कंप*
प्रतापपुर (चतरा) :-जिला प्रशासन द्वारा फर्जी क्लीनिकों के विरुद्ध चलाए जा रहे छापेमारी अभियान से प्रतापपुर प्रखंड के आलावे पूरे जिले में भी हड़कंप मच गया है। आलम यह है कि देखते ही देखते रातों-रात फर्जी क्लीनिकों से फर्जी चिकित्सकों के बोर्ड उतार दिए गए ।बताते चलें कि ग्रामीण चिकित्सकों के विरुद्ध चल रहे छापेमारी अभियान के पूर्व प्रतापपुर के कुछ क्लीनिकों के ऊपर नामी-गिरामी डॉक्टरों का बोर्ड लगा दिया गया था। पर छापेमारी की खबर सुनते ही सारे बोर्ड हटा लिए गए। इससे साफ पता चलता है कि जिनका बोर्ड लगा हुआ था वह भी फर्जी चिकित्सक ही थे जिनके नाम पर इस क्षेत्र के गरीब लोगों का आर्थिक शोषण किया जा रहा था। वहीं गधे के सींग की तरह फर्जी चिकित्सक भी क्षेत्र से गायब हो गए हैं। हालांकि ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा कार्य बंद कर देने से क्षेत्र के गरीब व सामान्य परिवार के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह हो गए हैं कि लोग सीमावर्ती क्षेत्र के रानीगंज , इमामगंज (बिहार) की ओर इलाज के लिए रुख कर रहे हैं।जबकि अन्य प्रखंड के लोग जिला मुख्यालय व हजारीबाग जाने पर मजबूर हो रहे है।
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