जब सइंया भइल कोतवाल तो डर काहे की
कल्याण शाखा में 21.05 लाख रुपये का फर्जी चेक काटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है...
चतरा : -एक पुरानी कहावत है कि जब सइंया भइल कोतवाल तो डर काहे की वाली कहावत चतरा में चरितार्थ होते नजर आ रहा है।जानकारी के अनुसार कल्याण शाखा में 21.05 लाख रुपये का फर्जी चेक काटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सभी नाजिर इंद्रदेव प्रसाद के दुस्साहस पर दांतों तले उंगली दबा रहे हैं। उन्होंने विभागीय राशि को खुद का समझते हुए चेक अपने और अपनी पत्नी के नाम निबंधित एनजीओ के नाम पर काट दिया। हालांकि जब मामला प्रकाश में आया, तो उपायुक्त जितेंद्र कुमार ¨सह ने जांच का आदेश देते हुए नाजिर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जांच का दायित्व उप विकास आयुक्त जीशान कमर को दिया गया है। डीसी ने बताया कि जांच की रिपोर्ट दो से चार दिनों के भीतर आ जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट काफी चौंकाने वाला है। उन्होंने बताया कि 9.50 लाख का चेक नाजिर ने खुद के नाम पर काटा था तथा 11.55 लाख का दूसरा चेक स्वयंसेवी संस्था सेनवर्ल्ड के नाम काटा था। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि सेनवर्ल्ड नामक संस्था नाजिर का ही है और संस्था की सचिव उसकी पत्नी लक्ष्मी कुमारी है। नाजिर ने सचिव के नाम से ही चेक काटा था। उपायुक्त ने बताया कि कल्याण विभाग के अंकेक्षण के लिए महालेखाकार को पत्र भेजा जा चुका है। बहुत जल्द अंकेक्षण का कार्य शुरू हो जाएगा। डीसी ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। बताते चलें कि दैनिक जागरण ने दस मई के अंक में विस्तृत रूप से पहले पन्ने पर खबर छापी थी। जिसके बाद डीसी ने नाजिर को निलंबित किया है।(साभार दैनिक जागरण, चतरा)