नोटः-फोटो मुठभेड़ में बरामद कारतुस व जानकारी देते पुलिस पदाधिकारी |
चतराः टीएसपीसी नक्सलियों के जिले को अशांत करने की योजना पुलिस ने विफल कर दिया। हालांकि इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब आधे घंटे तक मुठभेड़ भी हुई। मुठभेड़ में खुद पर पुलिस को भारी होता देख नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले। गुरुवार को समाहरणालय स्थित डीएसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एएसपी अभियान निगम प्रसाद ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि सूचना थी कि टीएसपीसी का कुख्यात नक्सली प्रशांत अपने दस्ते के साथ जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से सक्रिय है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपनेे नेतृत्व में सिमरिया पुलिस और सेट की संयुक्त टीम का गठन कर अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि नक्सलियों द्वारा फायरिंग के बाद जवानों ने भी तत्परता दिखा कर मोर्चा संभाला और उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया। जिसके बाद नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले। गुप्त सूचना के आधार पर सिमरिया थाना क्षेत्र हुरनाली जंगल में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान पुलिस को देख टीएसपीसी नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। श्री प्रसाद ने आगे बताया कि मुठभेड़ के बाद नक्सलियों की धरपकड़ के लिए जंगल व आसपास के इलाके में सघन अभियान चलाया गया। इस दौरान मुठभेड़ स्थल से एक थ्री नॉट थ्री राइफल, एक मैगजीन, तीन खाली खोखा, एसएलआर का दो खोखा, दो मोबाईल चार्जर, 352 चक्र जिंदा कारतूस, दो एमयुनेशन पाउच, पांच पिट्ठू व विभिन्न कंपनियों के 11 मोबाइल समेत एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली मुख्तार आलम सिमरिया थाना क्षेत्र के केवटा गांव का रहने वाला है और संगठन में दस्ता सदस्य के रूप में सक्रिय था। एएसपी ने बताया कि अभियान के दौरान पुलिस ने जंगल से तिरपाल, राशन, खाना बनाने के बर्तन व जूता समेत भारी मात्रा में नक्सल साहित्य भी बरामद किया है। अभियान में एएसपी के अलावे सिमरिया एसडीपीओ प्रदीप पाल कच्छप, थाना प्रभारी शम्भू शरण दास के अलावे सैट 05 और सैट 92 के जवान शामिल थे।
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