हजारीबाग । उत्पाद विभाग ने द्वारा लाइन होटलो में छापेमारी अभियान चला गया । इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों को जेपी कारा भेज दिया गया। उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पद्मा के डोरवा जंगल में भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब बनाया जा रहा है। इसी सूचना के आधार
जंगल मे भी छापेमारी किया गया ।जिसमें नकली विदेशी शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। शनिवार रात से लेकर रविवार दोपहर तक चली छापेमारी में बड़ी मात्रा में शराब के ब्रांड के नकली रैपर, झारखंड सरकार का नकली स्टिकर, 400 लीटर कच्चा स्प्रिट, 120 लीटर विदेशी शराब, रायल चैलेंज की 120 बोतल नकली शराब बरामद किया है। छापेमारी दल का नेतृत्व सहायक इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह कर रहे थे। छापेमारी के दौरान उत्पाद पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। शराब बनाने के अन्य उपकरण को नष्ट कर दिया गया। वहीं बड़ी मात्रा में बर्तन, ड्राम सहित अन्य सामान बरामद किया गया। छापेमारी के बाद उत्पाद विभाग में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। छापेमारी बरही के लाईन होटलों में किया गया। बताया गया कि जंगलों में पिछले एक माह से शराब बनाने की सूचना दी, सूचना की जांच के बाद छापेमारी दल ने धावा बोला। जंगल होने के कारण शराब कारोबारी मौके से फरार हो गए। बताया जाता है कि नकली शराब और स्प्रिट करीब पांच लाख रुपए से अधिक की है। पूजा के दौरान इसकी सप्लाई गांवों में होनी थी।
जंगल मे भी छापेमारी किया गया ।जिसमें नकली विदेशी शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। शनिवार रात से लेकर रविवार दोपहर तक चली छापेमारी में बड़ी मात्रा में शराब के ब्रांड के नकली रैपर, झारखंड सरकार का नकली स्टिकर, 400 लीटर कच्चा स्प्रिट, 120 लीटर विदेशी शराब, रायल चैलेंज की 120 बोतल नकली शराब बरामद किया है। छापेमारी दल का नेतृत्व सहायक इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह कर रहे थे। छापेमारी के दौरान उत्पाद पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। शराब बनाने के अन्य उपकरण को नष्ट कर दिया गया। वहीं बड़ी मात्रा में बर्तन, ड्राम सहित अन्य सामान बरामद किया गया। छापेमारी के बाद उत्पाद विभाग में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। छापेमारी बरही के लाईन होटलों में किया गया। बताया गया कि जंगलों में पिछले एक माह से शराब बनाने की सूचना दी, सूचना की जांच के बाद छापेमारी दल ने धावा बोला। जंगल होने के कारण शराब कारोबारी मौके से फरार हो गए। बताया जाता है कि नकली शराब और स्प्रिट करीब पांच लाख रुपए से अधिक की है। पूजा के दौरान इसकी सप्लाई गांवों में होनी थी।
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