सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति तडपता रहा, नही मिला एंबुलेंस,पत्रकार मुकेश कुमार पंहुचाये सदर अस्पताल
चतरा। सदर थाना क्षेत्र के धमनियां स्थित ढकनिया बरगद के समीप एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल होकर तड़पता रहा और राहगीर देखते रहे,इसी बीच समाजसेवी डीलर संतोष कुमार सिंह पहुंचे। उन्होंने तत्काल घटना की जानकारी पत्रकार मुकेश कुमार को दिए और मुकेश कुमार ने घटनास्थल पर तुरंत पहुंच कर सदर थाना को सूचना देते हुए एक रास्ते में जा रही लातेहार के अजीत यादव नामक व्यक्ति के बोलेरो गाड़ी को रुकवा कर तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाएं तब तक घायल व्यक्ति के परिजन भी पहुंच चुके थे।घायल व्यक्ति सदर थाना क्षेत्र के घूरनाडीह गाँव निवासी अ शोक कुमार सिंह थे।
108 एक बार फिर हुआ जानलेवा साबित
सबसे दुख की बात यह है कि लोग लगातार 108 पर कॉल करते रहे लेकिन कॉल नहीं लगा अंत में निजी वाहन से घायल व्यक्ति को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रांची ले जाना पड़ा। घायल व्यक्ति के परिजनों ने सदर अस्पताल पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया।जहां राज्य के मुख्यमंत्री चिल्ला चिल्ला कर 108के बारे मे बोलते है वही चतरा में 108 जानलेवा साबित हो रहा है । यदि अशोक सिंह के परिजन सक्षम नहीं होते तो उन्हें कई घंटों सदर अस्पताल में ही तड़पना पड़ता । लेकिन निजी वाहन व्यवस्था हो जाने के कारण लोग घायल व्यक्ति को रांची ले गए । 108 के इंतजार में लगभग 2 घंटे तक रहना पड़ा अंतिम में करना पड़ा था ।
सदर अस्पताल में नहीं है व्यवस्था
जिले के नामी-गिरामी सदर अस्पताल को अपने कुव्यवस्था को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार मात्र ही व्यवस्था होती है ।उसके बाद तुरंत रेफर कर दिया जाता है। सदर अस्पताल रेफरल अस्पताल के रूप में अपना पहचान बना कर रखा हुआ है । अस्पताल में व्यवस्था को लेकर कई बार लोग आवाज उठा चुके हैं लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया।
क्या कहते है सीएस
इस संबंध में सीएस अरुण कुमार पासवान से बात करने पर बताया कि आपका आवाज नहीं मिल पा रहा है बाद में बात करेंगे ।
चतरा। सदर थाना क्षेत्र के धमनियां स्थित ढकनिया बरगद के समीप एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल होकर तड़पता रहा और राहगीर देखते रहे,इसी बीच समाजसेवी डीलर संतोष कुमार सिंह पहुंचे। उन्होंने तत्काल घटना की जानकारी पत्रकार मुकेश कुमार को दिए और मुकेश कुमार ने घटनास्थल पर तुरंत पहुंच कर सदर थाना को सूचना देते हुए एक रास्ते में जा रही लातेहार के अजीत यादव नामक व्यक्ति के बोलेरो गाड़ी को रुकवा कर तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाएं तब तक घायल व्यक्ति के परिजन भी पहुंच चुके थे।घायल व्यक्ति सदर थाना क्षेत्र के घूरनाडीह गाँव निवासी अ शोक कुमार सिंह थे।
108 एक बार फिर हुआ जानलेवा साबित
सबसे दुख की बात यह है कि लोग लगातार 108 पर कॉल करते रहे लेकिन कॉल नहीं लगा अंत में निजी वाहन से घायल व्यक्ति को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रांची ले जाना पड़ा। घायल व्यक्ति के परिजनों ने सदर अस्पताल पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया।जहां राज्य के मुख्यमंत्री चिल्ला चिल्ला कर 108के बारे मे बोलते है वही चतरा में 108 जानलेवा साबित हो रहा है । यदि अशोक सिंह के परिजन सक्षम नहीं होते तो उन्हें कई घंटों सदर अस्पताल में ही तड़पना पड़ता । लेकिन निजी वाहन व्यवस्था हो जाने के कारण लोग घायल व्यक्ति को रांची ले गए । 108 के इंतजार में लगभग 2 घंटे तक रहना पड़ा अंतिम में करना पड़ा था ।
सदर अस्पताल में नहीं है व्यवस्था
जिले के नामी-गिरामी सदर अस्पताल को अपने कुव्यवस्था को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार मात्र ही व्यवस्था होती है ।उसके बाद तुरंत रेफर कर दिया जाता है। सदर अस्पताल रेफरल अस्पताल के रूप में अपना पहचान बना कर रखा हुआ है । अस्पताल में व्यवस्था को लेकर कई बार लोग आवाज उठा चुके हैं लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया।
क्या कहते है सीएस
इस संबंध में सीएस अरुण कुमार पासवान से बात करने पर बताया कि आपका आवाज नहीं मिल पा रहा है बाद में बात करेंगे ।
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