डीआईजी पंकज कंपोज ने किया राजपुर थाना का औचक निरीक्षण





कान्हाचट्टी (अभिषेक सिंह ) :- डीआईजी पंकज कंपोज ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के राजपुर थाना का औचक निरीक्षण किये। निरीक्षण के दौरान थानेदार को नक्सलियों व अपराधियों से सामना करने के कई गुर भी सिखाये और साथ ही अपराध के खात्मा को लेकर कई दिशा व निर्देश भी दिए। निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने कहा कि थाना में लंबित मामलों का जल्द से जल्द निष्पादन करें और थाने  में आये शिकायत का तुरंत निष्पादन करें। और साथ ही उन्होंने थाने में रखा डायरी, रजिस्टर, और कुछ महत्वपूर्ण कागजातों की भी जाँच की। जांच के उपरांत उन्होंने किसी भी मामले में थोड़ी सी भी त्रुटि नहीं होने की थानेदार को सलाह दी।




आगे उन्होंने राजपुर थाना क्षेत्र में गेल इंडिया द्वारा गैस पाइपलाइन का हो रही  कार्यों का भौगोलिक निरीक्षण किया और जोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत जोल्डिहा गांव में निर्माणधीन पुलिस पिकेट का निरीक्षण किया  डीआईजी द्वारा मुख्य तौर पर नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने की बात थानेदार को कही। अगर जो भी नक्सली और अपराधी मुख्य धारा से नहीं जुड़ते हैं, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त करवाई करें। और अपराध शब्द को ही अपने थाना क्षेत्र से दूर करें। और आगे डीआईजी पंकज कंपोज ने नक्सलियों को भी सलाह देते हुए कहा कि मुख्य धारा से जुड़कर वे भी अपने परिवार के साथ चैन-अमन की जिंदगी व्यतीत करें। साथ ही श्री डीआईजी ने कहा कि थाना क्षेत्र में अफीम की खेती पर पूरी तरह से नकेल की बात कही उन्होंने आगे कहा कि अफीम की खेती करने व कराने वालों के खिलाफ  सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिए l



पत्रकारों से रूबरू होते हुवे डीआईजी श्री कंपोज ने बताया कि अफीम की खेती करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी हलकी श्री कंपोज ने कहा कि पोसते की खेती अधिकतर वान भूमि पर लगाई जाती है,इसे लेकर उतरी छोटनगपुर वान प्रमंडल अधिकारी से बात कर जोवाइंट अभियान चलाया जाएगा, एन डी पी एस के तहत प्राथमिकी अभिउक्तो पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी,हलकी उन्होंने कहा कि पोसते की खेती से होने वाला दुष्प्रभाव की लोगो के बीच जागरूकता चलाकर जानकारी दी जाएगी,आगे उन्होंने जसपुर में बनने वाले पुलिस पिकेट सवाल पर कहा कि इसकी भी कागजी प्रक्रिया अंतिम रूप में है,पूरी होते ही निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी, मौके पर डीआईजी पंकज कंपोज, एसपी अखिलेश वी वारियार, डीएसपी वरुण देवगन,अभियान एएसपी निगम प्रसाद, चतरा एसडीपीओ वरुण रजक, सिमरिया एसडीपीओ आशुतोष सत्यम,इंस्पेक्टर लव कुमार , राजपुर थाना प्रभारी शशिभूषण कुमार के  आदि  जिला के कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

उग्रवादियों ने ट्रेक्टर को फूंका व हवाई फायरिंग किया, क्षेत्र में दहशत

रांची:-झारखंड के सबसे अधिक उग्रवाद प्रभावित जिलों में सुमार
पलामू जिला अंतर्गत पिपरा प्रखंड में गुरुवार की रात प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी ने एक ट्रैक्टर को जला दिया। उग्रवादियों का एक जत्था गुरुवार की रात पिपरा थाना क्षेत्र के होलेया गांव पहुंचा। गांव के समीप मनोज सिंह के ईंट भट्ठे के पास ट्रैक्टर में आग लगा दी। इससे ट्रैक्टर पूरी तरह से जल गया।

उग्रवादियों ने किया हवाई फाइरिंग

घटना के बाद उग्रवादियों ने दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग भी की। साथ ही पर्चा छोड़कर अन्य कई लोगों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। इससे इलाके में दहशत व्याप्त है। घटना की सूचना पिपरा थाना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस स्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।

2बजे चतरा पहुँचेंगे बीड़ी राम


चतरा:-पलामू सांसद बी डी राम 3 जनवरी को 2 बजे अपराह्न में चतरा परिसदन मे आगमन होगा।उक्त आशय की जानकारी  भाजपा जिला मीडिया प्रभारी परशुराम शर्मा ने दिये।उन्होंने ने आगे बताया कि सांसद भाजपा कार्यकर्ता से मिलने के बाद  प्रेस को सम्बोधित करेंगे।उन्होंने ने  चतरा के सभी समाचार पत्र एवं न्यूज चैनल के प्रतिनिधि मित्रों से अपील किये है कि अपराह्न 3 बजे परिसदन चतरा मे माननीय सांसद  बी डी राम के प्रेस वार्ता में उपस्थित होने की आग्रह किया है।

भोजपुरी गायक विवेक तिवारी को हुआ पितामह (दादा) शोक


चतरा:- हंटरगंज प्रखंड अंतर्गत पांडेयपूरा गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक 85 वर्षीय दिनेश्वर तिवारी का निधन शुक्रवार की सुबह हो गई। उनके पौत्र विवेक तिवारी ने बताया कि वे प्रतापपुर एवं हंटरगंज प्रखंड के कई स्कूलों में  अपनी सेवा दी थी।
इनके पढाये
वे अपने पीछे बेटे बेटियां नाती पोता बहू सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
उनके निधन की खबर सुनकर पूरे गांव तथा उनके जानने वाले लोगों में शोक की लहर है।
हुए कई शिष्य आज कर्मचारी पदाधिकारी समाजसेवी के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं।

सरकार’ कहां हैं आप, सुंदरता दिखाने के लिए हरियोंखार जलप्रपात का संघर्ष,जलप्रपात भी शासन-प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और आमलोगों को अपनी सुंदरता दिखाने के लिए कर रही हैं संघर्ष,एक ही प्रखण्ड में है दो जलप्रपात सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधि एक के आंख में लगा रही है सूरमा तो एक के आंख में डाल रही है किल

अभिषेक सिंह कान्हाचट्टी


 कान्हाचट्टी :- झारखंड के साथ पर्यटन के मामले में यह दुर्भाग्य जुड़ा रहा है कि यहां कई ऐसे स्थान हैं, जिसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा सकता था। लेकिन इस कड़ी में काम काफी कम हुए, नहीं हुए या फिर उस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया। 19 वर्ष के झारखंड में कई सरकारें आयीं-गयीं। लेकिन पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में ना सरकार और न ही उस इलाके के जनप्रतिनिधियों की मुकम्मल निगाहें गयीं। उन जगहों पर पर्यटक भी नहीं पहुंच सके और पर्यटन स्थल तक ले जाने के लिए सड़क सही नहीं रहने के कारण परिवहन की भी व्यवस्था नहीं हो सकी। इस वजह से प्राकृतिक सुंदरता के चेहरे को देखने से भी लोग वंचित रह गये। झारखंड और चतरा जिले में कई जलप्रपात हैं। चतरा जिले में तमासिन, हुंडरू, गोवा जैसे जलप्रपात तो नामचीन हैं, लेकिन कई जलप्रपात अभी भी प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण लोगों की नजरों से दूर हैं। ऐसा ही एक खूबसूरत जलप्रपात कान्हाचट्टी प्रखंड के तुलबुल पंचायत में हरियोंखार जलप्रपात हैं।

 चारों ओर जंगल और पहाड़ से घिरा है यह जलप्रपात


 चारों ओर पहाड़ व जंगलों से घिरे होने के कारण हरियोंखार जलप्रपात की प्राकृतिक सुदंरता काफी मनोरम हैं। यहां करीब 200 सौ फीट की उंचाई से सपाट पानी गिरता हैं। यह जलप्रपात कान्हाचट्टी प्रखंड के तुलबुल पंचायत के सहोर गांव में स्थित हैं। _*ग्रामीण बताते हैं,सालोंभर गिरते रहता है पानी*_ यहां के ग्रामीण और हरियोंखार विकाश समिति के अध्यक्ष नरेश सिंह खेरवार एवं सिकेंदर खेरवार ने बताया कि यहां सालोंभर पानी गिरता रहता हैं। बारिश के दिनों में फॉल की खूबसूरती और बढ़ जाती हैं। लेकिन गर्मी के मौसम में मई व जून माह में पानी का प्रेशर कम हो जाता हैं। लेकिन इसके विकसित करने की आज तक कोई कवायद नही की गयी। आज तक इस फॉल तक पहुंचने के लिए कोई पहुंच पथ का निर्माण नही हो सका हैं। पैदल ही एकमात्र रास्ता हैं। वह भी काफी दुर्गम हैं। _*जलप्रपात तक पहुंचने के हैं दो रास्ते*_ हरीयोखार फॉल पहुंचने के दो प्रमुख रास्ते हैं। पहला पथ जैसपुर गांव होते हुए 2 किमी जंगल के ऊपर जाना होगा। दूसरा पहुंच पथ सहोर गांव से होते हुए 3 किमी की दूरी तय कर इस फॉल तक पहुंचा जा सकता है।





कान्हाचट्टी प्रखंड मुख्यालय से 15 किमी की दूरी तय करने पर हरियोंखार के पास रास्ते में दोनों ओर जंगल की खूबसूरती खास ही रंग दिखाती है। _*प्रखण्ड में है दो जलप्रपात सरकार दोनों में कर रही है दो भाव, एक का बहुत तेजी से हो रहा है विकाश तो एक ओर किन्हीं का नहीं है नजर*_ कान्हाचट्टी प्रखण्ड अन्तर्गत एक ही पंचायत में प्राकृतिक की गोद से दो जलप्रपात उत्पन्न हुवे है एक है तमासि न और दूसरा है हरियों खार लेकिन सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि का नजर सिर्फ तमासिन पर है हरियोखर की ओर आज तक कोई जनप्रतिनिधि ना ही नजर उठाकर देखे और ना ही चर्चा किए जिससे लोगो में नाराजगी देखी जा रही है l

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिसद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विभावि_कुलपति और भद्रकाली महाविद्यालय के प्राचार्य दुलार हजाम के खिलाफ़ खोला मोर्चा। कहा गबन के आरोपी को पुन: प्राचार्य सोच से परे है

चतरा:- 2 जनवरी 2020 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चतरा जिला इकाई द्वारा गौरक्षणी स्थित अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता का  आयोजन कर  विनोवा भावे विश्वविद्यालय हज़ारीबाग़ के कुलपति डॉ रमेश शरण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विभावि कुलपति के पदस्थापन समय से अभी तक के कार्यकाल में इनकी कार्यशैली भ्रष्टाचार में लिप्त रही है, इनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय में सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है। वहीँ भद्रकाली महाविद्यालय इटखोरी,चतरा के प्राचार्य दुलार हजाम को पूर्व में दोषी साबित होने के बाद पुनः विभावि प्रशासन द्वारा भ्रष्ट प्राचार्य को बिना किसी दोषमुक्त के पुनः प्राचार्य बनाया जाना भ्रष्टाचार को प्रदर्शित करता है। विभावि कुलपति के द्वारा इस प्रकार का गोरखधंधा चलाया जा रहा है
और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

 अभाविप के विभावि विश्वविद्यालय संयोजक श्री प्रवीण कुमार सिंह ने अवैध व फर्जी तरीके से बनाये गये प्रचार्य को हटाने की मांग किये हैं।

सरस्वती पूजा समिति की बैठक

कान्हाचट्टी : टाइगर किंग क्लब कैंडिनगर  की ओर से गुरुवार को कैंडिनगर में सरस्वती पूजा समिति को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में आगामी 29 जनवरी को होने वाले सरस्वती पूजा को लेकर विचार किया गया। साथ ही सरस्वती पूजा को कैसे सफल बनाया जाए। इस पर चर्चा की गई। बैठक में सर्वप्रथम पूजा के सफल संचालन को लेकर कमेटी का गठन किया गया। इसमें अध्यख  रोहित वर्मा व सचिव गुलशन कुमार ,अभिषेक कुमार कोसाध्यक्ष सचिन कुमार एवम पूजा संरक्षक में  कुंदन कुमार सिंह  का चयन किया गया। मौके पर निकेश पांडेय,उदय चंद्रवंशी,सोनू कुमार,सचिन कुमार,कुंदन सिंह के साथ दर्जनों लोग शामिल थे l

छात्र संघ की चुनाव को लेकर बैठक 5 को

चतरा:-आगामी छात्र संघ चुनाव की तैयारी को लेकर छात्र राजद जिला अध्यक्ष चंदन राज यादव ने 5 जनवरी 2020 को एक बैठक रखे हुए हैं।इसकी जानकारी देते हुए चंदन राज यादव ने बताया कि बैठक BSNL टॉवर के नजदीक राजद के  वरिष्ठ नेता व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सुभाष प्रसाद यादव के आवास पर रखी गई है।जिसमे छात्र राजद के कमिटी विस्तार व आगामी छात्र संघ चुनाव को लेकर विशेष चर्चा की जायेगी।जिसमे सभी छात्र राजद के कार्यकर्ताओं से बैठक में  पहुँच कर अपना मंतव्य देने की अपील किया गया है।

अनियंत्रित बोलेरो ट्रेंच में गिरा, कोई हताहत नहीं

चतरा:-सदर थाना क्षेत्र के तापेज स्थित कुल्लू मोड़ के समीप अनियंत्रित jh13E  1029 नम्बर की बोलेरो वाहन ट्रेंच में गिर गया।घटना 1 जनवरी की रात का बताया जा रहा है।घटना में किसी तरह की हताहत नहीं होने की खबर है।खबर लिखे जाने तक बोलेरो घटना स्थल पर ही था।

एसडीपीओ ने दिव्यांग स्कूल के बच्चो के साथ मनाया नववर्ष का पहला दिन

पलामू- SDPO मेदिनीनगर संदीप गुप्ता ने अपनी धर्मपत्नी के साथ दिव्यांग स्कूल के बच्चो के साथ मनाया नववर्ष का पहला दिन।उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके लोग के साथ रहना चाहिए और असहाय लोगों के साथ वर्ष का पहला दिन मनाने में काफी आनंद आता है।

नए साल का आगाज: पर्यटन स्थलों में उमड़ी पर्यटकों की भीड़


कान्हाचट्टी ( अभिषेक सिंह): -कान्हाचट्टी में नववर्ष का जोरदार स्वागत हुआ। वाटर फॉल, तमासिन व हारियोंखार में पिकनिक स्पॉट पर दोस्तों और परिवार के साथ पहुंचकर जमकर मौज मस्ती करते दिखे और कई प्रकार के व्यंजनों का लुत्फ उठाया। पिकनिक स्पॉट दिनभर लोगों से गुलजार रहा। डीजे साउंड से पूरा इलाका गूंजता रहा। जिसपर क्या युवा, बच्चे, बुजुर्ग सभी थिरकते दिखे। नव वर्ष को लेकर बच्चे एवं युवाओं में काफी उत्साह देखा गया। शराब और मांस दुकान में लोगों की भीड़ दिनभर लगी रही। पुराने साल को अलविदा कर नए साल 2020 का स्वागत लोगों ने खुले दिल के साथ किया। साल के पहले दिन की खुशी में जहां लोगों की भीड़ कान्हाचट्टी  के पर्यटन स्थलों में उमड़ी। वहीं प्रखण्ड के मंदिरों व मस्जिदों में लोगों की भीड़ पूजा व इबादत के लिए उमड़ी थी। फल-फूल अर्पित कर निरोगी काया का आशिर्वाद लिया। पूजा-अर्चना का दौर मंदिर में दोपहर तक जारी रहा। इधर प्रखण्ड  मुख्यालय स्थित तमासिन पर्यटन स्थल में पिकनिक का मजा लेने के लिए हजारों की संख्या में सैलानियों की भीड़ उमड़ी थी। तमासिन के साथ साथ हारियोंखार जलप्रपात का मजा लेते सैलानियों की भीड़ नजर आई।  पुरा प्रयटक स्थल सैलानियों की भीड़ से भरा रहा। महिला-पुरुष व बच्चें पिकनिक का मजा लेते नजर आए। मौके पर तमासिन में मेला का भी आयोजन किया गया था जिसका उद्घाटन समाजसेवी अरुण सिंह ने विधिवद फीता काटकर किया और सैलानियों के लिए निशुल्क चाय और पानी की व्यवस्था भी  किए ।
तमासिन जलप्रपात का उद्घाटन करते जीप सदस्य व अन्य






सुरक्षा व्यवस्था का रहा पुख्ता इंतजाम

तमासिन जलप्रपात एवम हरियोंखार जलप्रपात में राजपुर थाना के एस आई विकाश पासवान के निगहवानी और विकाश समितियों के सहयोग के आने वाले पर्यटकों के लिए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था l मौके पर रामेश्वर यादव , महरु पासवान, बासुदेव यादव, छोटु सिंह ,राकेश सिंह,शेरशाह,मिथलेश सिंह, राजेश,मनीष के साथ साथ हजारों की संख्या में लोग शामिल थे ।

जिला बल के जवान नवीन सिंह ने भी बच्चों के साथ वर्ष 2020 की 1 तारीख की शुरुआत खुशी और आनंद पूर्वक मनाई*



प्रतापपुर( चतरा) वर्ष 2020 कि शुरुआत तिथि 1 जनवरी का आनंद नवीन सिंह जो जिला बल में पदस्थापित हैं, उन्होंने कुंडा थाना क्षेत्र के मांझी पारा गांव के बच्चों के साथ 1 जनवरी मनाया इस मौके पर उन्होंने बच्चों के बीच मिठाई का भी वितरण किया। उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ नया साल की शुरुआत कर मुझे बहुत आनंद लगा और माना कि मैं अपने बच्चों के साथ नहीं हूं लेकिन इन बच्चों के साथ भी खुशी हमें उतने ही मिली जितने अपने बच्चों के साथ में त्यौहार मनाते 1 जनवरी का आनंद लेता।
उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे तो बच्चे होते हैं और यह भगवान का रुप होते हैं। आज 1 तारीख से 2020 की की की शुरुआत मैंने इन भगवान स्वरूप बच्चों के साथ किया है। इस मौके पर उन्होंने बच्चों के बीच बालूशाही मिठाई का भी वितरण किया ।


बताते चलें कि वर्तमान समय में नवीन सिंह कुंडा थाना के मांझी पारा पुलिस पिकेट में पद स्थापित हैं।

नववर्ष का जश्न मातम में बदल गया।


चतरा:-गिद्धौर थाना क्षेत्र के गिधौर स्थित रामसागर आहार के आगे मोटर साइकिल दुर्घटना में गिद्धौर के जयराम दांगी के पुत्र रविकांत कुमार की मौत हो गयी। रविकांत के मौत के बाद गिद्धौर में मातम छा गया। जयराम के घर में नववर्ष का जश्न मातम में बदल गया।

गरीब बच्चो के साथ त्योहार मनाने में बड़ी सुखद अनुभूति महसूस करता हूं:- मधुसूदन मोदक

*जगन्नाथपुर थाना प्रभारी ने गरीब बच्चो बच्चियों के बीच मिठाई बाँटकर मनायी पहली जनवरी*

 *"गरीब बच्चो के साथ त्योहार मनाने  में बड़ी सुखद अनुभूति महसूस करता हूं" मधुसूदन मोदक, थाना-प्रभारी*



जगन्नाथपुर(चाईबासा): वर्ष 2019 के विदाई के बाद 2020 के एक जनवरी से नए साल की शुरुआत हुई इस मौके पर कई लोगों ने झरना पिकनिक स्पॉट नामचीन जगह पर अपने पूरे परिवार के साथ मित्रों के साथ फर्स्ट जनवरी का पिकनिक के रूप में आनंद बनाया l लेकिन इन सभी बातों से दूर हमेशा गरीबों के पक्ष में खड़े रहने वाले जगन्नाथपुर  थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने थानाक्षेत्र के मौलानगर में एस्पायर द्वारा संचालित बालिका आवासीय सेतू पाठ्यक्रम केंद्र का निरीक्षण किया गया। जिसमें यहां के विभिन्न कारणों से स्कूली शिक्षा के वंचित बच्चियों के साथ तथा शिव मंदिर चौक के गरीब बच्चों, बच्चियों एवं लोगो के साथ 1 जनवरी के 2020 वर्ष के आगमन का स्वागत किया तथा इस मौके पर उन्होंने गरीब परिवार के लोगो, बच्चों एवं बच्चियों के बीच मिठाइयां बांटी। इससे पहले उन्होंने आरबीसी के बारे में एस्पायर ब्लॉक कोडिनेटर एस रमेश तथा कलस्टर कोडिनेटर बिशाल गोप से जानकारी ली।







*क्या कहते हैं थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक*


थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने कहा कि यह गरीब बच्चे, बच्चियां व गरीब परिवार अपने समाज के लोग हैं बड़े लोगों के साथ तो हर कोई बैठकर पिकनिक मना लेता है साथ खाना खा लेता है लेकिन इनके बीच मिठाई बाँटने के बाद मुझे जो सुखद अनुभूति हुई है और होती है या मुझे किसी भी पिकनिक स्पॉट और विदेशों की यात्रा करने के बाद भी नहीं मिलेगी। ऐसा करके मुझे एक सुखद आनंद की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि होली दशहरा दीपावली हो या कोई भी पर त्यौहार में गरीब बस्ती के लोगों को बीच अपनी खुशियां बांटकर बड़ा सौभाग्यशाली और सुखद अनुभूति क महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं एक इंसान हूं ।इसके बाद थाना प्रभारी। मैं शरीफ असहाय कमजोर और लाचार बेबस जरूरतमंद के लिए में मददगार, सहयोगी के रूप में खड़ा नजर आऊंगा वहीं गुंडे बदमाश क्रिमिनल के लिए मैं उनकी मुसीबत हूं। उन्होने कहा आरबीसी का उद्देश्य शिक्षा से छुटे बच्चों के लिए बेहतर प्लेटफर्म
है और ऐसी व्यवस्था स्थायी होना बहुत जरुरी है।







इस नववर्ष के मौके पर  थाना प्रभारी मोदक के आलावे  समाजसेवी प्रदीप गुप्ता, पंचायत समिति सदस्य पवन सिंह, लंकेश्वर गागराई, एस्पायर ब्लॉक कोडिनेटर एस रमेश, एलईपी कॉडिनेटर सुरेश बाग एस्पायर कलस्टर कॉडिनेटर बिशाल गोप, बालिका आवासिय पाठ्यक्रम केंद्र जगन्नाथपुर वार्डेन यामुना लागुरी, शिक्षिका रानी जेराइ, ओनामी कुमारी, रैना कुमारी, गार्ड लालसिंह पुरती, समाज सेवी जितेंद्र गुप्ता, मंजीत कोड़ा, भूषण लागुरी, चंदन कुमार, सअनि उमेश प्रसाद, आदि गणमान्य व्यक्ति हुए थे।

बाराचट्टी विधायक पँहुची बरही विधायक के आवास

हजारीबाग:-बिहार राज्य के बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान विधायक  समता देवी  बरही विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री उमाशंकर अकेला यादव  के आवास पर नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देने पहुंची।इस मौके पर राजनीति जीवन मे हो रही परिस्थितियों पर चर्चा हुआ।

अंतिम दिसंबर को मनाया गया परम् प्रमेमय श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का सत्संग कार्यक्रम


*प्रतापपुर/चतरा:-*  हर साल की भांति इस साल का अंतिम दिसंबर को लेकर प्रतापपुर स्थिति देवी मंडप में परम् प्रमेमय श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी की सत्संग कार्यक्रम किया गया इस सत्संग कार्यक्रम प्रतापपुर देवी सुरसंग समिति के सदस्यों ने किया देवी सुरसंग के सदस्यों ने बताया कि हमलोग हर साल की भांति इस साल भी दिसंबर को खत्म होने से पहले सत्संग करते हैं क्योंकि हमलोग साल की विदाई समारोह के रूप में हमलोग सत्संग करते हैं और हमलोग परम् प्रमेमय श्री श्री ठाकूर अनुकूल चंद्र जी से प्राथर्ना करते हैं कि इस साल की भांति हर साल हंशी खुशी बीत जाय इस सत्संग में लोग बहुत ही श्रद्धा भाव से तथा झूम गा कर किया गया तथा सत्संग समाप्त होने के बाद श्रध्वलुओ के बीच प्रसाद वितरण किया गया इस सत्संग में उपस्थित देवी सुरसंग की सदस्यों चन्दन भारती, प्रधुम्न कुमार, विकास कुमार, बजरंगी कुमार,रवि प्रजापति, अनुज कुमार,अजित कुमार, विशाल कुमार, आदि लोगों इस सत्संग में शामिल थे

*नया साल, नयी उम्मीदें, नए विचार और नयी शुरुवात* *भगवन करें आपकी हर मनोकामना हकीकत बन जाए* *नए साल की आपको और आपके पूरे परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएँ*



*नया साल, नयी उम्मीदें, नए विचार और नयी शुरुवात*
*भगवन करें आपकी हर मनोकामना हकीकत बन जाए*
*नए साल की आपको और आपके पूरे परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएँ*
            
                - सत्यानन्द भोगता
                     कैबिनेट मंत्री
                   झारखंड सरकार
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2019 के अंतिम दिन झामुमो ने निकाला विजय जुलूस

सिमरिया: महागठबंधन से हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर सिमरिया में उत्साह का महौल है। वर्ष 2019के अंतिम दिन
जुलूस में झामुमो के कार्यकर्ता
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विजयी जुलूस निकालते हुए कार्यकर्ता जमकर आतीशबाजी की और पटाखे छोडे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मिठाईयां भी बांटी। कार्यकर्ता सुभाष चौक पर जमकर आतीशबाजी की खुशियां मनाई। लोग डीजे के धुन पर थिरकते रहे। जुलूस सिमरिया चौक के चारों सड़कों का भ्रमण किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन जिदाबाद के नारे लगाए। जुलूस में रविद्र कुमार सिंह, इकरामुल हक, कैलाश सिंह, कृष्ण कुमार महतो, पूरन राम सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे।

दिखने लगा है बाइक एंबुलेंस का लाभ लोगों को , बाइक एंबुलेंस को रखने की व्यवस्था यदि नहीं की गई तो यह भी जीर्ण शीर्ण होकर हो जाएगा बर्बाद

*सतीश पांडेय* प्रतापपुर (चतरा) प्रतापपुर स्वास्थ्य केंद्रों को मिले बाइक एंबुलेंस का लाभ आम लोगों को मिलने लगा है।
प्रखंड के सिद्ध की गांव निवासी सुनील बैगा पेड़ से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसकी सूचना सहिया के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर को दी गई। मिली सूचना के आधार पर बाइक *एंबुलेंस चालक धर्मेंद्र कुमार* ने उक्त स्थल पर जाकर सुनील बैगा को बाइक एंबुलेंस से प्रताप्पुर स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां उसका इलाज चल रहा है।

*यह बात और है कि यदि बाइक एंबुलेंस को सुचारु रुप से व्यवस्थित रूप से रखने की व्यवस्था नहीं की गई तो यह बाइक एंबुलेंस भी पूर्व की भांति मिले एंबुलेंस की तरह जर्जर अवस्था में हो जाएगी।*

*बताते चलें या बाइक एंबुलेंस किसी शेङ् में नहीं बल्कि खुले में रखा जाता है जहां बरसात का पानी और सूर्य की रोशनी दोनों पाकर धीरे-धीरे या अपने अस्तित्व को खोने के कगार पर है ।*

दहेज किसी भी समाज के लिए कोढ़ के समान है- पंकज मिश्रा

 चतरा:-हंटरगंज प्रखंड के  ब्रह्म स्थान डुमरी में मंगलवार को  ब्राह्मण समाज की बैठक
हुई|इस बैठक में अपने ब्राह्मण  समाज के लोगों के आपसी सहयोग उत्थान करने के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आपसी कलह ईष्या ध्वेश सब कुछ भुलाकर एक-दूसरे के उत्थान सहयोग के लिए समर्पण की भावना से लोग काम करें। समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी बुराइयों पर भी चर्चा की है *पंकज मिश्रा* ने बताया कि दहेज समाज के लिए एक कोर के समान है जिससे कि घृणा की जानी चाहिए और इस कोढ़ को ठीक करने के लिए लालच लोभ  त्याग करनी  होगी।
वहीं *सुमंत पाठक* ने कहा कि किसी भी समाज का व्यक्ति चाहे वह कितना भी बड़ा अमीर धनी क्यों नहीं हो लेकिन यदि वह दहेज की मांग करता है तो धन संग्रह जमा करने के प्रति मानसिक रूप से वह दरिद्र है, और ऐसे दहेज लोलुप लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने की जरूरत है।
ब्राहमण समाज का अध्यक्ष *अरविंद पाठक* ने कहा कि प्रखंड स्तर के ब्राह्मणों को एकजुट करते हुए शीघ्र ही इस कमेटी का विस्तार  जिला के अन्य प्रखंड में किया जाएगा।
इन सबके अतिरिक्त समाज के अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा करते हुए कई आवश्यक प्रस्ताव पारित किए गए ।

चतरा विधान सभा से बने *विधायक सत्यानंद भोक्ता* के मंत्री बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दी। लोगों ने  मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता उम्मीद की है कि सभी वर्ग सभी समुदाय के लोगों को साथ लेकर चलेंगे और चतरा विधानसभा में विकास की एक नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

इस अवसर पर, ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष अरविंद कुमार पाठक,सुनील पाठक अवधेश पाठक, सुमंत कुमार पाठक, कमलेश कुमार पाठक,मनोज मिश्रा,पंकज मिश्र,निशिकांत,पीयूष,शत्रुघ्न मिश्रा आदि  कई लोग उपस्थित थे।

जीप सदस्या छाया सिंह ने बदली तमासिन की तस्वीर

कान्हाचट्टी : प्रखंड के चर्चित तमासीन जलप्रपात एक जनवरी को लेकर तैयार है,सैलानियों को बखूबी अपनी ओर आकर्षित कर रही है,हलाकी यहां पहुंचने वाले सैलानियों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है,लेकिन इसी कड़ी में वर्तमान जिला परिसद सदस्या छाया सिंह ने विकाश के कई नए आयाम भी जोड़ी है,श्री छाया ने अपने विभाग से तकरीबन पचास लाख की योजनाओं को धरातल पर उतरी है,इनमें पच्चीस लाख की लागत से जलप्रपात के ऊपरी हिस्से पर खूबसूरत पार्क का निर्माण,पच्चीस लाख की लागत ले पिसिसी ,गडवाल, सैलानियों को बैठ कर जलप्रपात का आनंद लेने के लिए चबूतरे व कुर्सी का निर्माण कार्य भी समिल है,पार्क का निर्माण होने से अब आने वाले सैयलानी यही से जलप्रपात की खूबसूरती का आनंद उठा सकते है, यहां बैठ कर सुंदर वादियों का भी आंनद ले सकते है,इतना ही नहीं एक जनवरी को लेकर जिला परिसाद सदस्य की ओर से आने वाले सैलानियों के लिए जगह- जगह पर स्वागत तोरण द्वार भी लगाए गए है,बैनर पोस्टर से जलप्रपात परिसर को सजाया गया  है,सैलानियों के स्वागत के लिए चाय स्टॉल भी लगाए जाएंगे,जिला परिषद की ओर से प्रखंड व जिले के लोगो को सादर आमंत्रित किया है,उनकी स्वागत में हम सब तत्पर रहेंगे

नववर्ष की पूर्व संध्या में जगन्नाथपुर थाना परिसर में हुई शान्ति समिति की अहम बैठक

नववर्ष की पूर्व संध्या में  जगन्नाथपुर थाना परिसर में हुई शान्ति समिति की अहम बैठक



 *इस ठंड में अपनी इंसानियत दिखाते हुए गरीब लोगो की मदद करे: थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक*

चाईबासा: नववर्ष की पूर्व संध्या मंगलवार को जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक द्वारा थाना परिसर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, पत्रकार बंधुओ, बुद्धिजीवियों एवं गणमान्य लोगों शान्ति समिति की एक अहम बैठक की गई। इस बैठक में थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने वर्षभर थाना के साथ औऱ सहयोग करने के लिए थानाक्षेत्र के समस्त जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आपके प्यार और सहयोग के कारण दुर्गापूजा, रामनवमी, मोहर्रम और चुनाव सहित सभी पर्व त्योहार शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ है और मैं आशा करता हूँ कि आगे भी आपका सहयोग मिलता रहेगा। श्री मोदक ने कहा कि हर शान्ति समिति की बैठक का कुछ न कुछ मकसद होती है मेरी इस शांति समिति की बैठक का मुख्य मकसद है कि हम सब पुलिस, वकील या कोई भी नोकरी में क्यों न हो, हम सब पहले एक इंसान है इसलिए हममे इंसानियत भी होनी चाहिये, अभी ठंड बहुत बढ़ गई है, हमे अपनी इंसानियत दिखाते हुए इस ठंड में गरीबो की मदद करनी चाहिये। उन्होंने शान्ति समिति के सदस्यों से अपील किये कि आप अपने घर से नये व पुराने स्वेटर, कम्बल या कोई भी गरम कपड़ा गरीबो को दान दे। इस पुनीत कार्य मे जब भी जरूरत होगी मैं भी आप लोगो के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।





बैठक के प्रारम्भ में शामिल सभी लोगो ने वर्ष भर में अपने साथ हुए सुख दुख की बातों को साझा किए तथा थाना प्रभारी के कार्यो का खूब सराहना किये। लोगो ने कहा कि वर्ष के अंतिम दिन इस तरह का बैठक पहली बार हुई है, आपके आने के बाद पुलिस और पब्लिक के बीच संबंध मधुर हुए है एवं पुलिस के प्रति लोगो का विश्वास जगा है।
बैठक में शामिल उच्च न्यायालय के वकील मो०मुख्तार अहमद एवं खालिदा हया रश्मि ने कहा कि लोगो को अपने मौलिक अधिकार और कर्त्तव्य की जानकारी होनी चाहिए।




इस बैठक में ग्रामीण मुण्डा विकाश महापात्र, प्रदीप गुप्ता, धीरज सिंह, जितेंद्र गुप्ता, जगदीश चंद्र सिंकू, ब्रजमोहन कुजूर, वकील मो मुख्तार अहमद, खालिदा हया रश्मि,  सम्मी अफरोज, निराकार बोस, हरीश प्रसाद, हरीश तांती, डेज़ी नसीम, एस रमेश, शशि दास, आफ़ताब आलम, कमर इकबाल, स अ नि तारकनाथ सिंह, उमेश प्रसाद, पन्नालाल महथा एवं अन्य उपस्थित थे।

4 जनवरी तक जिले के सभी विद्यालय बंद रहेंगे

चतरा:- जिला शिक्षा अधीक्षक चतरा ने जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को बढ़ती ठंड को देखते हुए 4 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने पत्र निकाल कर उपायुक्त के आदेशानुसार कहे है कि जिले में शीतलहर चल रहा है जिसके कारण सरकारी गैर सरकारी व सीबीएसई सहित अन्य तरह के विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया।

टीएसपीस संगठन के नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया



लातेहार:-जिले  के चंदवा थाना क्षेत्र के केन्दुआटाड़ (माल्हन) जंगल के बीच में नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाया। घटना सोमवार की मध्यरात्रि के लगभग की है। जानकारी के अनुसार 30 दिसम्बर की मध्यरात्रि पश्चात 12 से 15 की संख्या में नक्सली केन्दुआटांड़ स्थित रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पहुंचे और वहां खडे़ पोकलेन, हाइवा, वाइव्रेटर और रोलर को आग लगा दी। वहां खड़े चार हाइवा के कांच को तोड़ते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया। गार्ड का काम कर रहे धर्मा गंझू की पिटाई भी की। दर्जनों राउंड हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाया।

तीसरी लाइन का होना है काम





जानकारी के अनुसार बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड के बीच तीसरी रेल लाइन निर्माण को लेकर एस निशा कंपनी द्वारा केन्दुआटांड़ के जंगल के बीच उक्त साइट का निर्माण किया गया है। निर्माण कार्य में प्लांट साइट में छड़ और अन्य निर्माण सामग्राी को वहां स्टाॅक किया जा रहा था।


पर्ची छोड़कर टीएसपीसी ने ली घटना की जिम्मेवारी

घटनास्थल पर टीएसपीसी नामक उग्रवादी संगठन ने पर्चा छोड़कर घटना की जिम्मेवारी ली है। हस्तलिखित पर्चें में कहा गया है कि संगठन के आदेश के बिना कार्य किया जा रहा है। बात करने पर इग्नोर किया गया। जिसके एवज में उक्त कारवाई की गई। यदि बिना बात किए काम किया गया तो इससे भी बड़ी कारवाई को अंजाम दिया जाएगा। निवेदक टीएसपीसी लिखा हुआ था।

नक्सलियों के जमे होने की मिल रही थी सूचना, बढ़ी थी पुलिसिया गतिविधि

सूत्रों की मानें तो नक्सलियों के जमे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस सर्तक हो गई थी। पुलिसिया गतिविधि बढ़ी थी लेकिन जंगल का लाभ उठाकर नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया और पुलिस को चुनौती दी। सूचना के बाद वहां पहुंचे एसडीपीओ विरेन्द्र राम व पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी मदन कुमार शर्मा की टीम ने घटनास्थल से कई खोखा बरामद किया है।


क्या कहते हैं एसडीपीओ

एसडीपीओ विरेन्द्र राम ने इस बावत बताया कि पर्ची के आधार पर टीएसपीसी उग्रवादी संगठन द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस टीएसपीसी के वि़रूद्ध कारवाई की नीति पर कार्य कर रही है। नक्सलवाद के खातमे की नीति पर पुलिस कार्य कर रही है।

चतरा के नवनिर्वाचित विधायक श्री सत्यानद भोक्ता जी को नया सरकार मैं मंत्री बनाए जाने पर जनता दल यूनाइटेड के चतरा जिला अध्यक्ष राम आशीष कुमार ने बधाई दिया है और चतरा का नया ऊर्जा के साथ वीकास का आशा करते है

चतरा के नवनिर्वाचित विधायक श्री सत्यानद भोक्ता जी को नया सरकार  मैं मंत्री बनाए जाने पर जनता दल यूनाइटेड के चतरा जिला अध्यक्ष राम आशीष कुमार ने बधाई  दिया है और चतरा का नया ऊर्जा के साथ विकास का आशा करते है

जमीन कारोबारी के सीने को किया गोलियों से छलनी,रांची में एक महीने में तीन जमीन कारोबारी की हत्या

रांची:- जमीन कारोबारियों पर आफत की घड़ी आ गयी है।पूरे राज्य में जमीन कारोबारियों की दिन प्रतिदिन हत्या की घटना में काफी इजाफा हो रहा है।जबकि बहुत ऐसे मामले में साफ नही हो पाता है कि मामला जमीन से जुड़ा हुआ है।सिर्फ रांची शहर की बात करे तो इसी महीने में ककई लोगो की हत्या हो चुकी है।जिसमें 21 दिसंबर 2019 मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा में अज्ञात अपराधियों ने जमीन विवाद में जेएमएम नेता सुबोध नंद तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी,9 दिसंबर 2019 : कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर में अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह की जमीन विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी थी। ऐसा ही एक मामला 30 दिसंबर की है जहां 
रातू के पिर्रा में मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश अपराधियों ने सोमवार शाम जमीन कारोबारी कमलेश दुबे (56) की गोली मार कर हत्या कर दी। कमलेश के सीने में तीन गोलियां मारी गई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के वक्त कमलेश पिर्रा चौक पर स्थित अपनी किराना दुकान से शाम लगभग सात बजे घर लौट रहे थे। जैसे ही वह अपने घर के गेट के पास पहुंचे, मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने उन पर चार गोलियां चलाईं। इनमें तीन गोलियां उनके सीने में लगीं। गोली मारने के बाद दोनों अपराधी काठीटांड़ चौक की ओर भाग निकले। 
परिजन बोले, पुराने पार्टनर से थी दुश्मनी 
कमलेश के परिजनों का आरोप है कि कमलेश की रांची के हरमू में रहने वाले उनके पुराने पार्टनर नागेंद्र प्रसाद सैनी से दुश्मनी थी। कई अन्य लोगों से भी लेन-देन को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी के गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। कमलेश के परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटे, मां व एक सगे भाई हैं।  

जिस कॉलेज में पढ़े उसी कॉलेज में बनेंगे प्राचार्य


*चतरा( निकेश मिश्रा)*:-चतरा महाविद्यालय के प्राचार्य *डॉ. तेजनारायण सिंह* आज सेवनिर्वित हो रहे हैं। नए प्राचार्य के रूप में *डॉ. रामानंद पांडेय* लेंगे प्रभार
नए वर्ष में नए प्राचार्य से  शैक्षणिक सत्र में स्नातकोत्तर सहित अन्य विषयों की पढाई को लेकर चतरा वासियों में जगी नई उम्मीद
एक महत्वपूर्ण बात यह है कि डॉ. रामानंद पांडेय चतरा महाविद्यालय के ही छात्र रहे हैं ।
 श्री पांडेय अनुशासन के प्रति शुरू से सजग रहे हैं अतः अनुमान है कि अब महाविद्यालय में अच्छे संस्कार देखने को मिल सकते हैं।
 उनके प्राचार्य बनने के बाद सभी वर्गों में पठन- पाठन की सुविधा में और सुधार की संभावना है ।
श्री पांडेय शुरू से ही पढ़ने वाले छात्रों को हर सम्भव मदद करते आये हैं।

खेदू यादव के अध्यक्षता में पोस्ता उन्मूलन पर बैठक

चतरा:-प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत में सोमवार को ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता पंचायत की मुखिया खेदू यादव ने की। मौके पर थाना प्रभारी पीसी सिन्हा मौजूद थे। बैठक में मुख्य रूप से पोस्ता की खेती उन्मूलन पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में मुखिया ने ग्रामीणों को पोस्ता की खेती करने वालों के विरुद्ध की जाने वाली कार्रवाई से अवगत कराया गया। साथ-साथ उसकी खेती से होने वाले नुकसान से भी ग्रामीणों को अवगत कराया गया। थाना प्रभारी ने कहा कि रामपुर पंचायत के गेड़े, धरधरी तथा बरहे के जंगलों में बड़े पैमाने पर पोस्ता की खेती होती है। इसमें संलिप्त कई लोग जेल भेजे जा चुके हैं। मुखिया ने उपस्थित ग्रामीणों को पोस्ता की खेती नहीं करने की अपील की। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को खेती करने वालों को चेतावनी दी। कहा कि पोस्ता की खेती करना गैर कानूनी है। खेती करने वाले किसी भी हालत में बख्से नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि पोस्ता की खेती करने वालो के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत कानूनी कारवाई की जाएगी। इधर ग्रामीणों ने बताया कि गांव से करीब दस किलोमीटर दूर गेडे़, धरधरी, बरहे तथा योगीयारा पंचायत के भीमडाबर, लिदीक, बामी, शिकारपुर, गोराडीह, कुंडी, हाथीसुर आदि गांव के जंगलों व्यापक स्तर पर पोस्ता की खेती हो रही है। बैठक में एसआई केशव प्रसाद शर्मा, वार्ड सदस्य संजय राम, सिद्धार्थ शर्मा, सलाउद्दीन हाफीज सहित ग्रामीण मौजूद थे।

कुआं में गिरने से युवक की मौत

चतरा :-सिमरिया थाना क्षेत्र के तिबाब गांव निवासी 30 वर्षीय मोहन गंझु की मौत कुआं में डूबने से हो गया । ग्रामीणों ने बताया कि मोहन गंझू क्रिसमस के त्यौहार मनाने के लिए गया था और लौटते वक्त शराब का अधिक सेवन कर लेने के कारण रास्ते में पड़ने वाले कुएं में जा गिरा। सिमरिया थाना प्रभारी लव कुमार सिंह ने पूरे मामले की तहकीकात करने में लगे हुए हैं । बताया जाता है कि मोहन गंझू को घर नहीं आने के बाद से लोग खोज रहे थे इसी बीच ग्रामीणों ने कुआं में तैरता शव दिखा जिसके बाद शव
निकालने के बाद पहचान मोहन गंझु के रूप में किया गया।

शहर में शुरू हुई वाहनों की जांच

संवाददाता मेदिनीनगर: तीन महीने के उपरांत एसपी पलामू के निर्देश पर  शहर में सोमवार से फिर वाहनों की जांच शुरू की गई इस क्रम में आज  रेडमा चौक पर वाहनों की जांच की गई ।ट्रैफिक प्रभारी रुद्रांश सरस के नेतृत्व में जांच अभियान प्रारंभ किया गया। इस क्रम में एएसआई जगमोहन बांद्रा संतोष कुमार भी उपस्थित थे। रेडमा चौक पर दर्जनों की संख्या में बिना हेलमेट के वाहन चालक पकड़े गए। इस बाबत ट्रैफिक प्रभारी रुद्रांश सरस ने बताया कि अब वाहन जांच अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि शहर के सभी भागों में जांच अभियान की जाएगी। इस दौरान बिना हेलमेट और कागजात के पकड़े गए वाहनों को जप्त किया जाएगा। कहा कि किसी हाल में ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा ।इधर वाहन जांच प्रारंभ होते ही बिना हेलमेट पहने वाहन चालकों में हड़कंप मच गई। कई लोग जांच होते देख पीछे से ही भागना प्रारंभ कर दिए। ज्ञातव्य हो कि पलामू पुलिस अधीक्षक  अजय लिंडा ने 2 दिन पूर्व भी शहर वासियों को ट्रैफिक नियम पालन करने का अपील किया था। एसपी ने कहा था कि सोमवार से जांच अभियान प्रारंभ की जाएगी।

शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने की लेकर किया गया मिलन समारोह

फोटो चतरा डीएसपी
कान्हाचट्टी (अभिषेक सिंह ): राजपुर थाना परिसर में सोमवार को पुलिस पब्लिक  मिलन समारोह का आयोजन किया गया यह आयोजन 2019 विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न होने के उपलक्ष्य में राजपुर पुलिस द्वारा आयोजित किया गया  l मौके पर शामिल होने वाले प्रखण्ड के सभी जनप्रतिनिधि एवम बुद्धिजीवियों को चुनाव शांति पूर्ण सम्पन्न कराने में सहयोग करने के लिए बधाई दिए मुख्य अतिथि डीएसपी वरुण देवगम व अभियान डीएसपी निगम प्रसाद ,एसडीपीओ वरुण रजक ने लोगो को धन्यवाद दिए साथ ही नए वर्ष की शुभकामनाएं दी श्री देवगन ने जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुवे कहा कि कान्हाचट्टी प्रखण्ड में हर साल बड़ी पैमाने पर पोसते की खेती होते रही इस पर पुलिस हद तक काबू भी पाई है l  इस खेती को पूर्ण रूप से बंद करने में पुलिस के साथ साथ जनप्रतिनिधि व आमलोग का सहयोग भी जरूरी है मौके पर मौजूद उतरी वन प्रमंडल के रेंजर अशोक कुमार ने वन भूमि पर पोसते की खेती करने वाले लोगों की गुप्त सूचना देने की बात कही इन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोग वन भूमि पर पोसते की खेती करते है l आगे श्री देवगन ने सभी विभाग के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुवे कहा कि पोसते की खेती को पूर्ण रूप से बंद किया जाय इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है l साथ ही लोगो को इसके दुसप्रभाव व बुराइयों को जागरूकता चलाकर बताने की अपील की l इसी बहाने थाना परिसर में पार्टी का भी आयोजन किया गया l सभी अधिकारियों जनप्रतिनिधियों व आम बुद्धिजीवियों ने मिलकर भोजन किया मौके पर इस्पेक्टर लवकुमार,थानाप्रभारी शशिभूषण कुमार, प्रमुख रुना देवी, समाजसेवी अरुण सिंह, एस आई विकाश कुमार, योगेश यादव, राजेन्द्र राम, सुरेश यादव, राजेश दास, बैजनाथ सिंह, जगदीश दांगी, मो शेरशाह, राकेश सिंह के साथ सैकड़ों प्रशासनिक पदाधिकारी मौजुद थे l

नोट :- लोगो के साथ बैठक करते डीएसपी एसडीपीओ व अन्य

नववर्ष के आगमन के पूर्व जगन्नाथपुर थाना प्रभारी ने 86 वर्षीय बुजुर्ग मुण्डा को किया सम्मानित





*जिस घर मे बड़े बुजुर्गों का सम्मान होता है वह घर ज़न्नत के समान है: थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक।।*

चाईबासा: जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक अपने कार्यशैली से जहाँ क्षेत्र के युवाओं के लिए आदर्श है वही क्षेत्र के बुजुर्गो भी इन्हें अपना दोस्त समझते है। थाना प्रभारी मोदक के कारण क्षेत्र में न सिर्फ शान्ति है बल्कि क्षेत्र के बड़े बुज़ुर्गो का भी मान सम्मान में बढ़ोतरी हुई है, इसी कड़ी को जारी रखते हुए नववर्ष के पूर्व सोमवार को थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक ने एक बार फिर लीक से हटकर थाना अन्तर्गत बाँसकाटा गाँव के बुजुर्ग मुण्डा भागीरथी प्रधान, 86 वर्ष को धोती, गमछा, स्वेटर तथा कम्बल देकर सम्मानित करते हुए समाज सेवा की भावना को उजागर किया है।






बता दें कि थाना प्रभारी मोदक ने सोमवार को जगन्नाथपुर थाना क्षेश्र के बाँसकांटा का 86 बर्षीय बुजुर्ग मुण्डा भागीरथी प्रधान को धोती, गमछा, स्वेटर और कम्बल देकर सम्मानित किया। मुण्डा भागीरथी प्रधान वर्ष 1970 से लगातार बाँसकाँटा गाँव के मुण्डा रहकर लोगो की सेवा कर रहे है। श्री प्रधान अपने कुशल कार्यों के लिए समाज और क्षेत्र में इनकी छवि बहुत अच्छी और सराहनीय है। मुण्डा जी ने कहा कि मेरा बेटा संजीव कुमार प्रधान बहुत संस्कारी एवं गुणवान है वह एवं उनकी पत्नी मेरा बहुत खयाल रखते है।

मुण्डा जी को सम्मानित करते हुए थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने कहा कि बुजुर्गों का मान सम्मान करना हमारी भारतीय संस्कृति की अनूठी परम्परा रही है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी एवं हमारे माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी इनके उदाहरण है जिन्होंने अपने परिवार के साथ समाज के सभी बड़े बुजुर्गों का मान सम्मान करते है। हमे इन महापुरुषों से सबक लेनी चाहिए। जिस घर मे बड़े बुजुर्गों का सम्मान होता है वह घर ज़न्नत के समान है। उन्होंने आगे कहा कि मुण्डा मानकी समाज का एक अभिन्न अंग ही नही बल्कि ग्रामीण व्यवस्था का आधार स्तम्भ भी है। इनके सहयोग से ही गाँव मे जागरुकता लाकर अपराध को रोका जा सकता है। इनको समाज मे सम्मान मिलना चाहिए। ये समाज के राजनीतिक, सामाजिक ,आध्यात्मिक व न्यायिक व्यवस्था का धरोहर हैं।




थाना प्रभारी मोदक ने लोगो से अपील किया कि बच्चों को शिक्षा के साथ साथ अच्छे संस्कार दे ताकि बच्चा एक अच्छा नागरिक बनकर अपने परिवार, गाँव एवं समाज के बड़े बुजुर्गों का मान सम्मान करें । समाज मे अपना, अपना परिवार का नाम तथा अपने क्षेत्र का नाम रोशन भी कर करे।
इस अवसर पर पदमपुर मुण्डा रामजीवन महापात्रा, मुंडाजी का बेटा संजीव कुमार प्रधान, स अ नि उमेश प्रसाद, तारकनाथ सिंह, उमेश कुमार सिंह एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

सत्यानन्द भोक्ता (कैबिनेट मंत्री झारखंड सरकार)एंव चाचा जी को मंत्री बनाए जाने पर शिष्टाचार मुलाकात करते हुए

सत्यानन्द भोक्ता  (कैबिनेट मंत्री झारखंड सरकार)एंव  चाचा जी को मंत्री बनाए जाने पर शिष्टाचार मुलाकात करते हुए

 
समाजसेवी गौतम कुमार

यह सरकार भाजपा जैसे भाषण की सरकार नही है :-सत्यानंद भोक्ता

रांची:-झारखंड सरकार में नवनियुक्त मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने दावा किया है कि झामुमो-कांग्रेस-राजद की गठबंधन सरकार 20 साल चलेगी। यह सरकार घर-घर, गांव-गांव पहुंचेगी। वे सोमवार को रांची के राजद कार्यालय में मीडिया से मुखातिब थे। उन्‍होंने कहा कि यह भाजपा की तरह भाषण, राशन की सरकार नहीं है। विभागों के बंटवारे के बारे में उन्‍होंने कहा कि जो भी विभाग मिलेगा, प्राथमिकता तय कर काम होगा।उन्‍होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि हमें हराने के लिए पीएम से लेकर अमित शाह तक पहुंचे, पर जनता ने उन्‍हें जवाब दे दिया। 

बिहार में भी भाजपा का यही हश्र होगा:-जयप्रकाश नारायण

मौके पर राजद के झारखंड प्रभारी जय प्रकाश नारायण ने
कहा कि बिहार में भी भाजपा का यही हश्र होगा। महागठबंधन में नीतीश कुमार की वापसी के सवाल पर उन्‍होंने दो टूक कहा कि सवाल ही नहीं उठता।
बता दें कि सत्‍यानंद भोक्‍ता ने हेमंत सोरेन के साथ रविवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में मंत्री पद की शपथ ली थी। वे राजद कोटे से मंत्री बनाए गए हैं। महागठबंधन में शामिल राजद ने विधानसभा चुनाव में एक सीट पर जीत हासिल की थी।

*भाजपा को एक नहीं अनेक सबक सीखने होंगे – झारखंड में भाजपा को भाजपा ने ही हराया*!पढ़े पूरी खबर बलबीर दत्त के कलम से

“विचित्र बात यह है कि भाजपा के कई नेताओं को झारखंड में हार का कारण समझ में नहीं आ रहा। समझ में नहीं आने का कारण जानकारी का अभाव ही कहा जायेगा। किसी भी युद्ध की तरह चुनाव-युद्ध में भी  वस्तुस्थिति या जमीनी हकीकत की पूर्व जानकारी नहीं होने, अपनी कमजोरियों और विरोधी पक्ष की क्षमताओं का सही आकलन नहीं होने से रणनीति में जो गलतियां होती हैं उसका खमियाजा भुगतना ही पड़ता है, और यही झारखंड में भाजपा के साथ हुआ है*।”

*“झारखंड के वरिष्ठ नेताओं को झारखंड में पार्टी की भारी शिकस्त का अंदेशा नहीं था। मुख्यमंत्री के दंभ, पार्टी के गलत फैसलों, टिकटों के वितरण में घोर धांधली, अपने लोगों के टिकट अंधाधुंध ढंग से काटने और बाहर के अवांछनीय लोगों को टिकट देने से अनेक कार्यकर्ता और समर्थक नाराज हो गये या उदासीन हो गये। शहरी इलाकों में जहां भाजपा की पहुंच है, मतदान कम हुआ। राजधानी रांची में सबसे कम मतदान हुआ। पार्टी के उम्मीदवार को पिछली बार से करीब 16,000 वोट कम मिले*।”

बलबीर दत्त

भारतीय जनता पार्टी को हाल के दिनों में राज्य विधानसभाओं, विशेषत: झारखंड विधानसभा के चुनाव में झटका लगने के कटु अनुभव के बाद अपनी पूरी चुनावी रणनीति का पुनरावलोकन और उसमें आमूलचूल परिवर्तन करने की आवश्यकता है। जैसे किसी बीमारी को ठीक से समझने के लिए एक योग्य डाक्टर उसकी तह में जाने, रोग का निदान करने के बाद, इलाज की प्रक्रिया शुरू करता है, कुछ ऐसा ही भारतीय जनता पार्टी को करना होगा।
जैसे इमरजेंसी (1975-77) के दौरान सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सरकार की गलतियों और ज्यादतियों की जानकारी लोगों को मिलती जा रही थी, लेकिन बहुत-सी जानकारियां इमरजेंसी हटने के बाद मिलीं या ध्यान में आयीं। ठीक इसी प्रकार झारखंड में भाजपा की गलतियों की जानकारी चुनाव के दौर में लोगों को मिल रहीं थीं, लेकिन कई गलतियों की जानकारी चुनाव के बाद प्राप्त हुई। गलत फैसलों के दुष्परिणाम भी सामने आ गये।

*हार के वास्तविक कारण*

विचित्र बात यह है कि भाजपा के कई नेताओं को झारखंड में हार का कारण समझ में नहीं आ रहा। समझ में नहीं आने का कारण जानकारी का अभाव ही कहा जायेगा। किसी भी युद्ध की तरह चुनाव-युद्ध में भी वस्तुस्थिति या जमीनी हकीकत की पूर्व जानकारी नहीं होने, अपनी कमजोरियों और विरोधी पक्ष की क्षमताओं का सही पूर्व आकलन नहीं होने से रणनीति में जो गलतियां होती हैं, उसका खमियाजा भुगतना ही पड़ता है और यही झारखंड में भाजपा के साथ हुआ है।
पार्टी के कई नेता व प्रवक्ता, टीवी न्यूज चैनलों पर और अन्यत्र यह रटते जा रहे हैं कि उन्होंने डेवलपमेंट (विकास) के बहुत काम किये। यह दावा काफी हद तक सही है। लेकिन कुछ करणीम कार्य करने के साथ जो कार्य नहीं किये गये या गलतियां की गयीं, मतदाता उसकी अनदेखी नहीं करता। हमारे देश में आम मतदाता विकास के मुद्दों, आर्थिक नीतियों या घोषणापत्रों के आधार पर घर से वोट डालने नहीं निकलता। मतदान में अन्य कई फैक्टर भी प्रभावी भूमिका निभाते हैं, जिनमें निजी हिताहित और भावनात्मक मुद्दे भी शामिल रहते हैं। विधानसभा चुनावों में तो क्षेत्रीय दल या क्षेत्रीय मुद्दे मतदाताओं को ज्यादा प्रभावित करने की स्थिति में होते हैं। तमिलनाडू जैसे कई राज्य तो ऐसे हैं, जहां राष्ट्रीय दल अपनी जगह नहीं बना पा रहे हैं।

*जीत-हार का सटीक विश्लेषण जरूरी*

हमारे देश के राजनीतिज्ञों की यह खासियत है कि वे चुनावों में अपनी हार को अक्सर शालीनतापूर्वक और खुले दिल से स्वीकार नहीं करते। जनादेश को मान लेना तो एक प्रकार की मजबूरी है, लेकिन हार का वैज्ञानिक और तर्कसंगत विश्लेषण करना भी एक मजबूरी मान लिया जाये तो कोई हर्ज नहीं। बल्कि इसे एक फायदेमंद प्र्रक्रिया और परिपाटी माना जाना चाहिये। अपनी पराजय के लिए बहानेबाजी का आसरा लेना या दूसरों पर दोषारोपण करना स्वयं को छलने के बराबर है।
पराजय की सटीक व्याख्या और विश्लेषण के साथ ही विजय की भी सटीक व्याख्या और विश्लेषण होना चाहिए। कई बार ऐसा पाया गया है कि विजयी पार्टी ने खुद यह नहीं सोचा होता कि उसे इतना बड़ा जनादेश मिल जायेगा। झारखंड विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दे जैसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक’, धारा 370, राम मंदिर, एन.आर.सी (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) और सी.ए.ए. (नागरिकता संशोधन कानून) आदि प्रभावी नहीं हो पाये हालांकि भाजपा ने इनका लाभ उठाने का प्रयास किया। दूसरी ओर इन मुद्दों का विरोध करनेवाले महागठबंधन के नेता यदि यह समझते हैं कि भाजपा की हार में यह भी फैक्टर थे तो उसे भी सही नहीं कहा जायेगा, क्योंकि धरातल पर ये मुद्दे नजर नही आये। धरातल पर केवल और केवल क्षेत्रीय व स्थानीय मुद्दे ही असरदार थे।
पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर या मनचाही अवधारणा के आधार पर कोई राजनीतिक बयान देना ख्याली पुलाव पकाने के बराबर है, जैसाकि आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के उस बयान से जाहिर होता है जिसमें उन्होंने कहा कि झारखंड का जनादेश नागरिकता संशोधन विधेयक और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरुद्ध जनभावनाओं की अभिव्यक्ति है। दिल्ली में बैठे हुए केजरीवाल क्या यह मानते हैं कि झारखंड विधानसभा का चुनाव इन दोनों राष्ट्रीय मुुद्दों पर एक ‘रेफरेंडम’ (जनमतसंग्रह) था? वस्तुस्थिति यह है कि यहां ये कोई चुनावी मुद्दे नहीं थे।
वैसे भी नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद जब प्रतिक्रियाएं आनी आरंभ हुई तब तक झारखंड में आधा चुनाव हो चुका था। केजरीवाल को झारखंड में मुख्य राजनीतिक दल के रूप में उभरने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं से पूछना चाहिए कि क्या उनके चुनाव के मुख्य मुद्दे यही थे?
इस प्रकरण में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव का बयान बहुत विवेकपूर्ण था। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष दोनों हार जायें तो इसका अर्थ है कि सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। यह देखना भी जरूरी है कि स्थानीय नेताओं से कहां चूक हुई।

*गलत फैसलों का दुष्परिणाम*

कभी-कभी चुनाव में किसी पार्टी की एक ही गलती उसका पूरा खेल बिगाड़ देती है, लेकिन झारखंड में भाजपा से एक नहीं एक साथ कई गलतियां हुईं- स्ट्रेटेजी के मामले में और मतदाताओं को रिझाने के मामले में भी।
गलत फैसलों का ही एक परिणाम यह था कि भाजपा ने क्षेत्रीय से ज्यादा राष्ट्रीय मुद्दों को महत्व दिया। झारखंड के मतदाताओं ने मात्र छह माह पूर्व लोकसभा के चुनाव मे भाजपा की झोली भर दी थी। उसे 14 में से 12 सीटें मिलीं। लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति दोबारा विश्वास व्यक्त किया था। लोकसभा सीटों के अंतर्गत 57 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली थी। चुनाव में 51 प्रतिशत वोट मिले थे। गठबंधन टूटने से 26 सीटों पर नुक्सान हुआ।
झारखंड में पार्टी की मशीनरी उतनी सक्रिय नहीं थी जितनी कि होनी चाहिए थी। जमीनी स्तर पर काम करने के बजाय हवा-हवाई बातें ज्यादा हो रही थीं। पार्टी के कर्त्ता-धर्ता आत्मतुष्टि के मूड में थे और यह मानकर चल रहे थे कि मोदी जी की सभाएं हो जायेंगी तो सब ठीक हो जायेगा। हवा उनके पक्ष में हो जायेगी। जानकार लोगों का कहना है कि अगर प्रधानमंत्री की 10 और राष्ट्रीय ‘अध्यक्ष अमित शाह’ की 11 रैलियां नहीं होती तो जो 25 सीटें मिलीं शायद वे भी नहीं मिलती। मुश्किल से आधी सीटें मिलती
झारखंड की राजधानी को भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है। वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह लगातार छठी बार चुनाव जीत गये, लेकिन उन्हें मिलने वाले वोटों की संख्या घट गयी है।

*गठबंधन तोड़ना पड़ा भारी*

झारखंड में आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी भाजपा की सहयोगी पार्टी रही है। पिछली बार दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ा था और बहुमत प्राप्त कर लिया था। इस बार सीटों के बंटवारे के विवाद को लेकर दोनों का गठबंधन टूट गया। गठबंधन के लिए आमतौर पर छोटी पार्टियां या क्षेत्रीय पार्टियां ज्यादा सीटों की मांग करती हैं और बड़ी पार्टी या राष्ट्रीय पार्टी ज्यादा सीटें देना नहीं चाहती। सौदेबाजी में गतिरोध उत्पन्न हो जाता है।
लेकिन समझदारी का तकाजा यही है कि कुछ कम-बेशी करके मामले को निपटा दिया जाये। इस बार गठबंधन नहीं होने से भाजपा और आजसू दोनों को भारी नुकसान हुआ। भाजपा की सीटें जहां 37 से घटकर 25 रह गयी, वहीं आजसू की सीटें 7 से घटकर 2 रह गयीं। लेकिन यदि इन पार्टियों को मिले कुल वोटों को जोड़ा जाये तो 16 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं जहां दोनों पार्टियों को महागठबंधन से अधिक वोट मिले हैं। यानी गणित के हिसाब से पूर्ण बहुमत मिल सकता था। भाजपा ने ‘अबकी बार 65 पार’ का नारा लगाते हुए अपनी ताकत को जरूरत से ज्यादा आंक लिया था। यह तो वैसा ही हुआ कि ‘आधी छोड़ सारी को धावे, आधी रहे न सारी पावे।’
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव अभियान के दौर में ही वस्तुस्थिति को भांप लिया था, इसलिए उन्होंने चुनाव प्रचार के बीच में ही सार्वजनिक तौैर पर कह दिया था कि हम आजसू के साथ मिलकर सरकार बनायेंगे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, इसका कोई तात्पर्य नहीं रह गया था।

*अपने नहीं बाहरी लोगों पर भरोसा*

भाजपा ने एक बहुत बड़ी गलती यह की कि चुनाव में बाहर के लोगों को दूसरे दलों से आये या लाये गये 16 लोगों को, पार्टी का टिकट दे दिया। इसका पार्टी के कार्यकर्ताओं, समर्थकों और आम लोगों में बहुत गलत मैसेज गया। प्रश्न है- क्या झारखंड में वर्षों से कार्यरत इस पार्टी को जो कई वर्ष सत्ता में रही उम्मीदवारों का टोटा पड़ गया था? मौजूदा 13 विधायकों का टिकट काट कर जिन लोगों को उम्मीदवार बनाया गया, उनमंे कई संदिग्ध चरित्र के व्यक्ति थे या अवांछनीय तत्व थे। भाजपा में लाये गये इन दलबदलुओं में से कई उम्मीदवार चुनाव हार गये। इस प्रकार कहा जा सकता है कि भाजपा की जीभ भी जल गयी और स्वाद भी नहीं आया।
हद तो तब हो गयी जब बिना किसी जाहिरी कारण के सरयू राय जैसे पुराने और दिग्गज पार्टी नेता का टिकट काट दिया गया। पार्टी ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को एकाधिकार दे दिया था। इन्होंने पार्टी का बंटाधार कर दिया। इनका इरादा यह था कि सभी विधायक इनके खेमे के हों, इनकी मुट्ठी में रहे।
सरयू राय को वह अपना प्रतिद्वन्दी मानते थे और निष्कंटक राज करना चाहते थे। सरयू राय ने बगावत कर दी और अपना पुराना निर्वाचन क्षेत्र छोड़कर रघुवर दास के ही निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी और भारी बहुमत से उन्हें हरा दिया। सरयू राय की जीत के लिये भाजपा के ही कई कार्यकर्ताओं ने कार्य किया। इन्हें बागी करार दिया गया, लेकिन इससे पूरी स्थिति में क्या फर्क पड़ता है। जो होना था, हो गया। प्रश्न है- बगावत की नौबत क्यों आयी?

*वोट नहीं डालने वाले भाजपा के ही वोटर थे*

रांची निर्वाचन क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत राज्य में सबसे कम करीब 49 प्रतिशत रहा, जबकि यह राजधानी क्षेत्र है और यहां मतदाताओं में अधिकतम पढ़े-लिखे लोग हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि आधे लोग वोट डालने ही नहीं आये। पार्टी के कार्यकर्ता हजारों लोगों को बूथों पर ही नहीं ला पाये। भाजपा का प्रभाव शहरी क्षेत्रों में अधिक है और शहरी क्षेत्रों में ही मतदान का प्रतिशतांश कम रहा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान 70 से 76 प्रतिशत तक हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में झारखंड मुक्ति मोर्चा का अच्छा-खासा प्रभाव है।
इस बार शहरी क्षेत्रों में व अन्यत्र जो लोग वोट डालने नहीं आये वे भाजपा के ही वोटर थे। ये लोग नाराज थे या उदासीन थे भाजपा को यह पता लगाने की जरूरत है। ऐसा बताया जाता है कि ये लोग नाराज भी थे और उदासीन भी थे। दोनों स्थितियां पार्टी के लिए हानिकर है।

*घर-घर मोदी, घर-घर रघुवर* !

जहां तक नाराजगी की बात है, यहां यह उल्लेख करना उपयुक्त होगा कि राजस्थान में 2018 में विधानसभा चुनाव में यह नारा बहुत चर्चित हुआ था- ‘मोदी तुमसे वैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं।’ ये लोग भाजपा या मोदी से नाराज नहीं थे, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनकी कार्यशैली और अक्खड़पन से नाराज थे। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को हरा दिया। इन्हीं मतदाताओं ने नारे की सार्थकता 6 माह बाद लोकसभा चुनाव में सिद्ध कर दी जब राजस्थान से कांग्रेस का पूरी तरह सफाया कर दिया। लोकसभा की 25 की 25 सीटें 2014 के चुनाव की तरह भाजपा की झोलों में डाल दी।
झारखंड के मामले में जहां राजस्थान के संदर्भ में नारे में ‘वसुंधरा’ शब्द है, वहां ‘रघुवर’ अंकित कर देने से मतदाताओं की भावना प्रकट हो जाती है। रघुवर दास ने ‘घर-घर मोदीह्ण की तरह ह्यघर-घर रघुवर’ का नारा दिया, जो फेल हो गया। शायद रघुवर दास ने अपने को छोटा मोदी समझ लिया था।
झारखंड में भाजपा हाई कमान की गलती यह थी कि उसने रघुवर दास को सरकार और संगठन दोनों के मामले में एकाधिकार दे दिया। तुलसीदास ने कहा है- प्रभुता पाइ काहि मद नाही। सत्ता का नशा बड़ा भयानक होता है। फिर निर्बाध सत्ता का कहना ही क्या। रघुवर दास को मनमानी करने का खूब मौका मिला। जो चाहा, सो किया। टिकट देने में जात-पात, सरकारी अफसरों के पदस्थापन में जात-पात। कई अच्छे अफसरों को हाशिये पर कर दिया गया।
विधानसभा चुनाव में जिसको चाहा, उसको टिकट दिया, जिसको चाहा उसे बाहर से ले आया गया, जिसको चाहा उसे छांट दिया गया। पार्टी में कोई आंतरिक लोकतंत्र नहीं रहा। जिससे सामूहिक निर्णय की प्रथा समाप्त हो गयी। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव (Election) नहीं, चयन (Selection) होने लगा। यह भी मुख्यमंत्री के विवेक पर छोड़ दिया गया। झारखंड में प्राय: सभी पार्टी अध्यक्ष मुख्यमंत्री की कठपुतली रहे हैं। पार्टी के पदधारियों का चयन भी मुख्यमंत्री ‘प्रसाद पर्यंत’ कर दिया गया।
रघुवर दास ने गृह व वित्त समेत सभी महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे हुए थे। झारखंड में पार्टी की सरकार का बंटाधार करने में मुख्यमंत्री के दो-तीन नजदीकी अफसरों का भी ‘महान योगदान’ रहा। ये भी अपने को छोटा सुलतान समझने लगे थे। इन्होंने भी खूब गुल खिलाये।
ब्रिटिश इतिहासकार लार्ड एक्टन का कहना था – Power corrupts and absolute power corrupts absolutely  यानी सत्ताधिकार व्यक्ति को भ्रष्ट करता है और पूर्ण सत्ताधिकार व्यक्ति को पूर्णरूप से भ्रष्ट करता है। यह कथन प्रस्तुत मामले में पूरी तरह फिट बैठता है।

*आदिवासियों से मेल-जोल का अभाव*

झारखंड में रघुवर दास पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री थे। इन्होंने राज्य के अंतर्वर्ती आदिवासी क्षेत्रों में जाकर उनसे मेल-जोल नहीं बढ़ाया। आदिवासी बहुत जजबाती होते हैं। ‘जल, जंगल, जमीन’ उनकी रग-रग में समाये रहते हैं। छोटानागपुर व संताल परगना काश्तकारी कानून में संशोधन कर विकास कार्यों के लिए आदिवासियों की जमीन लेने के प्रावधान से उनमें काफी विक्षोभ फैल गया। आदिवासियों को विश्वास में लेकर ही कानून में रद्दोबदल करना चाहिए था। यह बात अलग है कि राज्यपाल ने विधेयक को लौटा दिया। लेकिन इस प्रयास से आदिवासियों में गलत संदेश गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने झारखंड में इस तरह की शिकस्त की उम्मीद नहीं की थी। तो भी पार्टी के लिए राहत की बात यह है कि सत्ता विरोधी रुझान के बावजूद उसके पास वोटों का अच्छा-खासा शेयर अब भी मौजूद है। यहां भाजपा को भाजपा ने ही हराया। पार्टी के गलत फैसलों के कारण पार्टी के नाराज व उदासीन कार्यकर्ता और समर्थक, वोट डालने के लिए नहीं पहुंचने वाले भाजपा के वोटर, बागी कार्यकर्ता व नेता- सबका संचित प्रभाव के कारण पार्टी की दुर्गति हुई।

पढे ठंड की खास पेशकस सतीश कुमार पांडेय के कलम से

*हाय रे ठंड जान लेकर ही छोड़ेगा क्या*

*सतीश पांडेय* प्रतापपुर (चतरा)पूस की रात प्रेमचंद की कहानी बहुत पहले पढा था जो इस दृश्य को देखने के बाद वह मानस पटल पर  फिर से बिल्कुल ताजी हो जाती है।

 जी हां मैं इसलिए यह दिखाना बताना चाह रहा हूं कि बढ़ रही ठंड और गिर रहे तापमान के बावजूद प्रखंड के पंचायत स्तर पर अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है ।

*कई पंचायत ऐसे हैं जहां कंबल तक वितरण नहीं किया गया है।*

 अलाव जलने के बाद जहां बाबू लोग को कोर्ट पैट  स्वेटर में होने के बावजूद अलाव ताप कर  ठंड से बचने का प्रयास किया जाने का तस्वीर देखने को मिलती रही है। लेकिन ऐसे ऐसे कई गरीब है कई असहाय हैं जिनके तन पर चादर तक नहीं है और कुछ झुरी जलाकर -गिर रहे तापमान खुद को राहत देने का प्रयास करते देखे जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि जो कंबल मिली है वह इस ठंड के लिए ना काफी है।
 फिर भी जो मिला  तो ना से हा तो है।

कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि घर में कई सदस्य हैं ।
*(सदस्य संख्या 2 ,3, 4, 5, 6, 7 ,8 ,कुछ भी हो सकती है )*

और इन सभी सदस्यों पर एक कंबल मिलने से उस कंबल का उपयोग कौन करेगा जबकि बढ़ रही ठंड को लेकर कंबल की उपयोगिता सभी को है इसलिए यह कंबल व्यक्ति नहीं बल्कि परिवार स्तर पर वितरण किए जाने की जरूरत है।
*खैर जो हो हो ठंड बहुत है*

झारखंड बनने के बाद चतरा जिला से सिर्फ सत्यानंद भोक्ता ही मंत्री बने हैं,जिले में खुशी की लहर,देखे वीडियो कैसे नाच कर खुशी इजहार करते है ग्रामीण

चतरा:-झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में खुशी देखी गई। हेमंत के शपथ लेते ही शहर में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। ढोल-नगाड़े बजाकर खुशी का इजहार किया। कार्यकर्ताओं द्वारा पटाखे छोड़े गए। महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि हेमंत के नेतृत्व में राज्य का चहुंमुखी विकास होगा। महागठबंधन की सरकार सकारात्मक सोच वाली है। इसलिए कांग्रेस-झामुमो व राजद के मंत्री जनता का विश्वास जीतने में कामयाब होगी।वही सत्यानंद भोक्ता को मंत्री बनने पर जिले के जनता काफी खुश नजर आ रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि चतरा में जितने भी विधायक बने हैं, लेकिन सत्यानंद भोक्ता जैसे कोई विधायक नही बन सके हैं।दिभा मुहल्ला निवासी विजय कुमार चौबे ने कहा कि यह चतरा का सौभाग्य है कि जब से झारखंड बना है ,उस समय से चतरा जिला से 

सिर्फ सत्यानंद भोक्ता ही मंत्री बने हैं।यह तीसरा मौका है जब सत्यानंद भोक्ता तीसरे बार मंत्री बने हैं।

पति को शक था, पत्नी किसी लड़के से करती है प्रेम ,पत्नी की किया हत्या


चक्रधरपुर : चक्रधरपुर थाना अंतर्गत बुढ़ीगोड़ा चर्च के समीप गांव के युवक ने अपनी ही पत्नी की हत्या शक के आधार पर कर दी। पति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जैसे ही आरोपित को चक्रधरपुर थाना लाया गया उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार बुढ़ीगोड़ा चर्च के पीछे रहने वाले रामराय पुरती उर्फ संजय शनिवार की रात अपनी पत्नी दो बच्चियों की मां कंचवती पुरती (30) की गले में फंदा लगा कर हत्या कर दी। इसके बाद इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए घर के लकड़ी में टांग दिया। सुबह इसकी सूचना मिलने पर गांव वालों का जुटान हुआ। ग्रामीणों ने देखा कि महिला का शव जमीन पर है, लेकिन रस्सी गले में फंसी है और वह रस्सी घर की छप्पर के लकड़ी में टंगी है। बताया जाता है कि पति को शक था कि पत्नी किसी लड़के से बात करती है। इसी शक के आधार पर ही उसने पत्नी की हत्या कर दी। इधर, मामले की जानकारी मिलने पर चक्रधरपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचकर मामले की छानबीन की। ग्रामीणों से पूछताछ करने और शव देखने के बाद पुलिस ने महिला की हत्या की आशंका जताई। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया। बताया जाता है कि महिला के मायके वाले मनोहरपुर से भी पहुंचे। उन्होंने भी घटना स्थल की फोटो देखने के बाद हत्या करने का आशंका जताई है।
दो बच्चियों की मां थी मृतका
मृतक महिला की दो छोटी बच्चियां आसाय पुरती (5) तथा अनिशा पुरती (2.6) है। महिला का पति रामराय पुरती मजदूरी करता था। जबकि मृतक कंचवती पुरती गृहिणी थी। बताया जाता है कि पति नशा भी खूब करता है।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
जिस स्थिति में शव मिला है और ग्रामीणों से बातचीत में पता चला है, उससे महिला की हत्या होने की आशंका है। फिलहाल शक के आधार पर पति को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही सच्चाई का भी पता चल जाएगा।
- प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी चक्रधरपुर।

सड़क दुर्घटना में हाइवा पलट

चतरा:-सदर थाना क्षेत्र के कुल्लू मोड़ भारत गैस गौदाम के समीप एक अनियंत्रित हाइवा सड़क किनारे पलट गया है।हालांकि इस घटना में किसी की जान नही गया, लेकिन घटना बहुत ही दर्दनाक है।घटना शनिवार की 12 बजे रात की है।रविवार को हाइवा को उठा लिया गया था।

रैन बसेरा का औचक निरीक्षण

रैन बसेरा का औचक निरीक्षण
चाईबासा : जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव कुमारी जीऊ एवं नगरपालिका के कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा ने शनिवार की रात चाईबासा शहर में स्थित शेल्टर होम व रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उनके द्वारा बाबा मंदिर के समीप स्थित रैन बसेरा, अमला टोला शनि मंदिर के सामने स्थित रैन बसेरा, नदी किनारे स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया।
65 लाख से बन रहा है रैन बसेरा
निरीक्षण के क्रम में यहां पाई गई त्रुटियों के संदर्भ में कुमारी जीऊ ने कार्यपालक पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। वही कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा मंगला हाट के पीछे 65 लाख रुपये की लागत से बन रहे रैन-बसेरा के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उसे चालू होने में अभी कम से कम से कम एक माह का समय और लगेगा। उल्लेखनीय है कि उक्त रैन-बसेरा के बन जाने से लगभग 100 लोगों के ठहरने की व्यवस्था हो जाएगा।
इस कड़ाके के ठंड में कोई खुले आसमान में नही रहे:-कुमारी जीऊ
इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमारी जीऊ का कहना है कि एक टीम बनाया गया है।उक्त टीम को यह देखना है कि इस कड़ाके की ठंड में कोई भी व्यक्ति जो बेघर हो फुटपाथ में या किसी दुकान या किसी के दरवाजे के फर्श पर सोया हुआ तो नहीं है। वैसी स्थिति में उनकी पहचान कर उन्हें पास के रैन-बसेरा या शेल्टर होम में पहुंचाया जाना है ताकि उन्हें इस कड़ाके की ठंड से बचाया जा सके। यह कार्यक्रम आगे भी लगातार जारी रहेगा

कम्बल का हुआ वितरण

जांच टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, गाड़ीखाना, मधु बाजार, सब्जी मार्केट के पीछे स्थित झुग्गी-झोपड़ी में भी जाया गया एवं नगरपालिका के सहयोग से जरूरतमंदों को कंबल आदि का भी वितरण किया गया। उक्त टीम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता राजाराम गुप्ता, बालाजी बारीक एवं पैरा लीगल वालंटियर मोहम्मद शमीम, उदय शंकर प्रसाद, संजय निषाद, हेमराज निषाद, अरुण विश्वकर्मा, रविकांत ठाकुर, स्नेहलता सांडिल, रत्ना चक्रवर्ती, कोलाय तियु व संजीत कुमार गुप्ता के अलावे चाईबासा नगर पालिका के काफी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल थे। 

रैन बसेरा का औचक निरीक्षण

रैन बसेरा का औचक निरीक्षण
चाईबासा : जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव कुमारी जीऊ एवं नगरपालिका के कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा ने शनिवार की रात चाईबासा शहर में स्थित शेल्टर होम व रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उनके द्वारा बाबा मंदिर के समीप स्थित रैन बसेरा, अमला टोला शनि मंदिर के सामने स्थित रैन बसेरा, नदी किनारे स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया।
65 लाख से बन रहा है रैन बसेरा
निरीक्षण के क्रम में यहां पाई गई त्रुटियों के संदर्भ में कुमारी जीऊ ने कार्यपालक पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। वही कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा मंगला हाट के पीछे 65 लाख रुपये की लागत से बन रहे रैन-बसेरा के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उसे चालू होने में अभी कम से कम से कम एक माह का समय और लगेगा। उल्लेखनीय है कि उक्त रैन-बसेरा के बन जाने से लगभग 100 लोगों के ठहरने की व्यवस्था हो जाएगा।
इस कड़ाके के ठंड में कोई खुले आसमान में नही रहे:-कुमारी जीऊ
इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमारी जीऊ का कहना है कि एक टीम बनाया गया है।उक्त टीम को यह देखना है कि इस कड़ाके की ठंड में कोई भी व्यक्ति जो बेघर हो फुटपाथ में या किसी दुकान या किसी के दरवाजे के फर्श पर सोया हुआ तो नहीं है। वैसी स्थिति में उनकी पहचान कर उन्हें पास के रैन-बसेरा या शेल्टर होम में पहुंचाया जाना है ताकि उन्हें इस कड़ाके की ठंड से बचाया जा सके। यह कार्यक्रम आगे भी लगातार जारी रहेगा

कम्बल का हुआ वितरण

जांच टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, गाड़ीखाना, मधु बाजार, सब्जी मार्केट के पीछे स्थित झुग्गी-झोपड़ी में भी जाया गया एवं नगरपालिका के सहयोग से जरूरतमंदों को कंबल आदि का भी वितरण किया गया। उक्त टीम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता राजाराम गुप्ता, बालाजी बारीक एवं पैरा लीगल वालंटियर मोहम्मद शमीम, उदय शंकर प्रसाद, संजय निषाद, हेमराज निषाद, अरुण विश्वकर्मा, रविकांत ठाकुर, स्नेहलता सांडिल, रत्ना चक्रवर्ती, कोलाय तियु व संजीत कुमार गुप्ता के अलावे चाईबासा नगर पालिका के काफी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल थे। 

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