लोक अदालत में 345 मामले का हुआ निष्पादन, 47.34 लाख की हुई वसूली
चतरा :- स्थानीय व्यवहार न्यायालय में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। अदालत में विभिन्न विभाग के 434 मामले पहुंचे, जसमें 345 मामले का निष्पादन किया गया। मामलों के निष्पादन में 47 लाख 34 हजार 535 रुपये की वसूली भी की गई। राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 बेंच का गठन किया गया था। जिसमें पीठासीन पदाधिकारी के रूप में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम आशुतोष दुबे, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव व न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी रवि शंकर पांडेय शामिल थे। जबकि रिमांड अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण सिन्हा, शिशिर कुमार पांडेय, राम आशीष पाठक, मो. जमाल अहमद, रिटेनर अधिवक्ता राजकुमार सिंह, जयकरण सिंह सहित अन्य उपस्थित थे। बताया गया कि बैंक से संबंधित 101 मामले का निष्पादन किया गया। जबकि 35 लाख 10 हजार 145 रुपए की वसूली की गई। क्रिमिनल के 84 मामले निष्पादित करते हुए 2 लाख 45 हजार 400 रुपए की वसूली हुई। एमएसीटी के 3 मामले में 8 लाख रुपए, दूरसंचार विभाग के 2 मामले में 7800 रुपए, पेयजल से संबंधित 154 मामले में 1 लाख 73 हजार 190 रुपए की वसूली हुई। मौके पर कई न्यायिक पदाधिकारी के साथ-साथ कर्मी उपस्थित थे।
चतरा :- स्थानीय व्यवहार न्यायालय में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। अदालत में विभिन्न विभाग के 434 मामले पहुंचे, जसमें 345 मामले का निष्पादन किया गया। मामलों के निष्पादन में 47 लाख 34 हजार 535 रुपये की वसूली भी की गई। राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 बेंच का गठन किया गया था। जिसमें पीठासीन पदाधिकारी के रूप में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम आशुतोष दुबे, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव व न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी रवि शंकर पांडेय शामिल थे। जबकि रिमांड अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण सिन्हा, शिशिर कुमार पांडेय, राम आशीष पाठक, मो. जमाल अहमद, रिटेनर अधिवक्ता राजकुमार सिंह, जयकरण सिंह सहित अन्य उपस्थित थे। बताया गया कि बैंक से संबंधित 101 मामले का निष्पादन किया गया। जबकि 35 लाख 10 हजार 145 रुपए की वसूली की गई। क्रिमिनल के 84 मामले निष्पादित करते हुए 2 लाख 45 हजार 400 रुपए की वसूली हुई। एमएसीटी के 3 मामले में 8 लाख रुपए, दूरसंचार विभाग के 2 मामले में 7800 रुपए, पेयजल से संबंधित 154 मामले में 1 लाख 73 हजार 190 रुपए की वसूली हुई। मौके पर कई न्यायिक पदाधिकारी के साथ-साथ कर्मी उपस्थित थे।
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