भाकपा का चौथा दो दिवसीय जिला सम्मेलन प्रारंभ
चतरा/सिमरिया :- शनिवार को सिमरिया अनुमंडल मुख्यालय स्थित किसान भवन परिसर में भाकपा का चौ
था जिला स्तरीय सम्मेलन का शुभारंभ शहिद साथियों को पुष्प अर्पित कर किया गया। इस दौरान पार्टी सदस्यों द्वारा डाकबंगला से रैली निकाल कर सिमरिया सुभाष चैक पर आम सभा भी किया गया। आम सभा को संबोधित करते हुवे कहा कि वर्तमान केंद्र और राज्य सरकार का दबंगकारी नीति से आम जनता के बीच त्राहिमाम मचा है। वर्षों से गैरमजरूआ जमीन को जोत-कोड़ कर भ्रण पोषण करने वाले जोतकारों-किसानों को बेदखल करने के लिए रसीद काटना बंद कर दिया गया है और वन भूमि का पट्टा देने का ढोंग करने वाली सरकार वन भूमि में रहने वाले गरीबों को आशियाना उजाड़ने में लगी है। स्कूलों के मर्ज करने के नाम पर 30 हजार पारा टीचर हटाने की कवायद शुरू की गई है। हटाने के बाद ना वे घर के रहेंगे ना घाट के रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की मनमानी नीति रोकने के लिए भाकपा कमर कस चुकी है। मौके पर पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता, पूर्व विधायक रमेन्द्र कुमार, केडी सिंह, महेंद्र पाठक, बिनोद बिहारी पासवान, देवनंदन साहू, बनवारी साहू, शिवदयाल साहू अनिता देवी, गोपाल प्रसाद मेहता, गोपाल महतो जवाहर विश्वकर्मा, दशरथ ठाकुर, ग्यानाथ पांडेय,अरविंद शर्मा, रहमतुला अंसारी, महेंद्र पांडेय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
चतरा/सिमरिया :- शनिवार को सिमरिया अनुमंडल मुख्यालय स्थित किसान भवन परिसर में भाकपा का चौ
था जिला स्तरीय सम्मेलन का शुभारंभ शहिद साथियों को पुष्प अर्पित कर किया गया। इस दौरान पार्टी सदस्यों द्वारा डाकबंगला से रैली निकाल कर सिमरिया सुभाष चैक पर आम सभा भी किया गया। आम सभा को संबोधित करते हुवे कहा कि वर्तमान केंद्र और राज्य सरकार का दबंगकारी नीति से आम जनता के बीच त्राहिमाम मचा है। वर्षों से गैरमजरूआ जमीन को जोत-कोड़ कर भ्रण पोषण करने वाले जोतकारों-किसानों को बेदखल करने के लिए रसीद काटना बंद कर दिया गया है और वन भूमि का पट्टा देने का ढोंग करने वाली सरकार वन भूमि में रहने वाले गरीबों को आशियाना उजाड़ने में लगी है। स्कूलों के मर्ज करने के नाम पर 30 हजार पारा टीचर हटाने की कवायद शुरू की गई है। हटाने के बाद ना वे घर के रहेंगे ना घाट के रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की मनमानी नीति रोकने के लिए भाकपा कमर कस चुकी है। मौके पर पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता, पूर्व विधायक रमेन्द्र कुमार, केडी सिंह, महेंद्र पाठक, बिनोद बिहारी पासवान, देवनंदन साहू, बनवारी साहू, शिवदयाल साहू अनिता देवी, गोपाल प्रसाद मेहता, गोपाल महतो जवाहर विश्वकर्मा, दशरथ ठाकुर, ग्यानाथ पांडेय,अरविंद शर्मा, रहमतुला अंसारी, महेंद्र पांडेय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें