चतरा:-झारखंड विकास युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह विपक्ष के करारा हार पर ब्यान जारि कर कहा है कि झारखण्ड में नगर निगम और नगर पालिका चुनाव के परिणाम देखने के बाद एक बात फिर साफ़ हो गई है की
भाजपा का वोटर एक मुश्त भाजपा को वोट दिया और
विपक्षी पार्टी के बिखराव के कारण भाजपा विरोधी
वोट बिखर गया, जिसके वजह से भाजपा को नपा चुनाव में फायदा हुआ।अब सवाल यह होता है की इसका ज़िम्मेवार कौन?
हमारी पार्टी झावीमो और पार्टी सुप्रीमो बाबुलाल मरांडी
ने आखरी वक़्त तक मिलकर चुनाव लड़ने के लिए सारे विपक्षी पार्टियों से राज्य स्तर से लेकर केन्द्रीय स्तर तक कोशिश की लेकिन विपक्षी पार्टी के लोग तैयार नहीं हुए,
राष्टीय पार्टी होने के नाते कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल
होने के नाते झामुमो को इस तरह की पहल का स्वागत करके गठबंधन करने का प्रयास करना चाहिए था ,लेकिन ये लोग हमेशा चुनाव के पहले गठबंधन की बात करते हैं और समय आने पर इनका विचार बदल जाता है. पता
नहीं यह कौन सी रणनीति है?कहीं न कहीं इन दोनों पार्टी
का अहंकार और अकेले सत्ता पाने की लालच भाजपा
को फायदा पहुंचा रही है ,और जानबूझ कर यह दोनों पार्टी भाजपा के हाथों को मज़बूत करने में सहयोग कर
रही है ।ऐसा ही कारनामा इनलोगों ने 2014 के चुनाव में किया था फिर उसी बात को इस चुनाव में दोहराया गया।
जनता इनका चरित्र देख रही है ।आने वाले 2019 के चुनाव के पहले एकजुटता दिखाकर महागठबंधन नहीं
करती है तो फिर भाजपा को फायदा पहुंचेगा।झावीमो सुप्रीमो पहले भी अनेकों बार बोल चुके की भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए वह हर मुमकिन गठबंधन का प्रयास करेंगे।अब फैसला कांग्रेस और झामुमो को
करना है कि क्या वह ईमानदार प्रयास करेंगे या सिर्फ राजनितिक भाषा बोलेंगें?जनहित और झारखण्ड हित और झारखंडियों के भविष्य केलिए यह ज़रूरी है।
बस यह दोनों पार्टी अहंकार और घमंड छोड़कर सच को स्वीकारें।
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