रांची:-(साभार, न्यूज़ विंग)
एसीबी ने डीसी आवास के सामने से ही मुकेश को गिरफ्तार किया. शिकायतकर्ता डीसी आवास के सामने ही मुकेश के हाथों में 70 हजार रुपये थमाया, जिसके बाद आरोपी पीए को कुछ शक हुआ, वो भागने लगा. लेकिन एसीबी की टीम ने उन्हें दौड़ कर दबोचा. जिस वक्त मुकेश की गिरफ्तारी हुई उस वक्त डीसी मृत्युंजय बर्णवाल भी अपने आवास के बाहर टहल रहे थे. उन्होंने आपाधापी देखने के बाद एसीबी के डीएसपी चंद्रदेव से बात की. एसीबी की टीम बोकारो में थी, और आरोपी को अपने साथ धनबाद ले जाने की तैयारी कर रही थी. एसीबी की टीम के साथ धनबाद की कार्यपालक दंडाधिकारी दीपमाला भी मौजूद थीं. इससे पहले अहले सुबह एसीबी और मजिस्ट्रेट की टीम बोकारो पहुंची और आरोपी मुकेश को धर दबोचा.
*रसूख वाले हैं मुकेश कुमार*
मुकेश कुमार बोकारो डीसी के पीए होने के साथ-साथ सप्लाई विभाग में बड़ा बाबू के पद पर भी काम करते थे. बताया जा रहा है कि मुकेश कुमार की बोकारो समाहरणालय में अच्छी पैठ है. वो स्वास्थ्य विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर बहाल हुए थे. लेकिन कुछ ही दिनों में ये बोकारो डीसी के पीए बन गए. इतना ही नहीं, ये बोकारो डीसी के पीए के अलावा सप्लाई विभाग में बड़ा बाबू के पद पर भी काम करने लगे.