शौचालय निर्माण में बड़ी पैमाने पर गड़बड़ी का मामला हुआ उजागर
अखण्ड ज्योति स्वयं सेवी संस्था के द्वारा कराया गया है कार्य
वर्ष 2014-15 की है मामला
पि एच डी विभाग पुनः अखण्ड ज्योति को शौचालय निर्माण की दी जिम्मा
एक वर्ष में ही हो गया शौचालय जर्जर
प्रमोद कुमार सिंह,
कान्हाचट्टी : प्रखण्ड में शौचालय निर्माण की गुणवत्ता और निर्माण की पोल खुलने लगी है।की जो एन जी ओ शौचालय निर्माण का कार्य कर रही है उनका कार्य की गुणवत्ता में कितनी सच्चाई है यह निर्मित शौचालय को ही देख कर किया जा सकता है ।शौचालय बनती भी नहीं है और राशि की बंदरबांट हो जा रहा है।ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है।
क्या है मामला : -
प्रखण्ड के चिरिदिरी पंचायत के चिरिदिरि गांव में वर्ष 2014-15 में निर्मल भारत अभियान के तहत कुल 74 शौचालय की निर्माण अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा कराये जाने की बात सामने आ रही थी परन्तु जब इसकी जांच की गई तो मात्र 22 शौचालय का ही निर्माण हुआ था और कार्य एजेंसी बाकी बचे शौचालय की बुनियाद भी नहीं किया और राशि निकालने की कवायद शुरू कर दिया।ग्रामीण जनता शौचालय की दरवाजा तक नहि देखि और पैसे की निकासी तक एन जी ओ द्वारा कर लिया गया।चिरिदिरि के ग्रामीणों से जब इसकी जानकारी लेने रांची एक्सप्रेस संवाददाता पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया की गांव में वर्ष 2014-15 में 4600 सौ रूपये की लागत से निर्मल भारत अभियान के तहत अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा स्वयं सेवी संस्थाएँ कर रही थी जब स्थानीय महिला समूहों को कुछ यानी मात्र 22 शौचालय बनाने के बाद राशि ही एन जी ओ द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया।जिसके कारण योजना अधूरा रह गया।परन्तु एन जी ओ अखण्ड ज्योति ने पि एच डी को दिए गए शौचालय् के लिस्ट सौपा उसमे 74 का ही पैसे की मांग किया गया।हालांकि कुछ शौचालय का भुगतान भी हुआ।
ग्रामीणों में है एन जी ओ पर आक्रोश : -
ग्रामीणों ने बताया की अखण्ड ज्योति एनजीओ पर काफी आक्रोश भरा है।ग्रामीणों का कहना है कि केएन जी ओ शौचालय निर्माण के नाम पर कान्हाचट्टी में लूट मचा रखी है।जिसका जीता जागता उदाहरण चिरिदिरि पंचायत सामने है।
पि एच डी ने पुनःअखण्ड ज्योति को दी कार्य : -
पि एच डी के द्वारा और अखण्ड ज्योति के मिली भगत से ही भारत सरकार के कल्याणकारी योजना शौचालय निर्माण में घोर लूट मचाए हुआ है।जब पि एच डी ने यह जानती थी की वर्ष 2014- 15 में शौचालय निर्माण में अखण्ड ज्योति के जिला कोडिनेटर उदय सिंह के द्वारा अनियमितता बरता गया है उसे पुनः वर्ष 2017-18 एवं 2019 में भी स्वक्ष भारत अभियान के तहत कराए जा रहे कार्य को अखण्ड ज्योति को दिया।वर्तमान में पेलतौल कला गांव में लगभग एक सौ शौचालय का निर्माण उक्त एन जी ओ कराई है जिसमे देखने वाली बात है की शौचालय बनाए एक वर्ष भी नहीं हुआ और वह फटने लगा।
ढलाई में मिटटी का हुआ है प्रयोग :
पेलतौल कला गांव में बनाए गये शौचालय निर्माण के ढलाई में घोर अनियमितता बरती गई है।ढलाई में मिटटी का भी प्रयोग किया गया है।पेलतौल गांव के शौचालय के लाभुक सुमित्रा देवी,पार्वती देवी,देवरानी देवी आदि ने बताइ की हमारे घर के समीप बनाए गए शौचालय का निर्माण अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा कराया गया है जिसमे निर्माण के एक वर्ष भी नहीं हुए हैं और दिवार और ढलाई फट चुकी है दिवार में दरार पड़ गया है।तथा टँकी में ईंट जोड़ाई और ढलाई के जगह पर मिटटी भर दिया गया।जिसका जीता जागता उदाहरण हमारे गांव में एक सौ बनाए गए शौचालय है जो पुरे तरह से जमींदोज होने की स्थिति में है।
क्या कहते हैं डीडी सी :-
उपविकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद ने बताये की अखण्ड ज्योति के द्वारा कराए गए शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की मामला की मुझे जानकारी नहीं है और यदि ऐसा कुछ मामला है तो पेलतौल और चिरिदिरि में शौचालय निर्माण की जांच कराया जाएगा।और जांच के बाद एन जी ओ पर कार्रवाई की जाएगी।
अखण्ड ज्योति स्वयं सेवी संस्था के द्वारा कराया गया है कार्य
वर्ष 2014-15 की है मामला
पि एच डी विभाग पुनः अखण्ड ज्योति को शौचालय निर्माण की दी जिम्मा
एक वर्ष में ही हो गया शौचालय जर्जर
प्रमोद कुमार सिंह,
जर्जर शौचालय का फोटो |
क्या है मामला : -
प्रखण्ड के चिरिदिरी पंचायत के चिरिदिरि गांव में वर्ष 2014-15 में निर्मल भारत अभियान के तहत कुल 74 शौचालय की निर्माण अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा कराये जाने की बात सामने आ रही थी परन्तु जब इसकी जांच की गई तो मात्र 22 शौचालय का ही निर्माण हुआ था और कार्य एजेंसी बाकी बचे शौचालय की बुनियाद भी नहीं किया और राशि निकालने की कवायद शुरू कर दिया।ग्रामीण जनता शौचालय की दरवाजा तक नहि देखि और पैसे की निकासी तक एन जी ओ द्वारा कर लिया गया।चिरिदिरि के ग्रामीणों से जब इसकी जानकारी लेने रांची एक्सप्रेस संवाददाता पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया की गांव में वर्ष 2014-15 में 4600 सौ रूपये की लागत से निर्मल भारत अभियान के तहत अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा स्वयं सेवी संस्थाएँ कर रही थी जब स्थानीय महिला समूहों को कुछ यानी मात्र 22 शौचालय बनाने के बाद राशि ही एन जी ओ द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया।जिसके कारण योजना अधूरा रह गया।परन्तु एन जी ओ अखण्ड ज्योति ने पि एच डी को दिए गए शौचालय् के लिस्ट सौपा उसमे 74 का ही पैसे की मांग किया गया।हालांकि कुछ शौचालय का भुगतान भी हुआ।
ग्रामीणों में है एन जी ओ पर आक्रोश : -
ग्रामीणों ने बताया की अखण्ड ज्योति एनजीओ पर काफी आक्रोश भरा है।ग्रामीणों का कहना है कि केएन जी ओ शौचालय निर्माण के नाम पर कान्हाचट्टी में लूट मचा रखी है।जिसका जीता जागता उदाहरण चिरिदिरि पंचायत सामने है।
पि एच डी ने पुनःअखण्ड ज्योति को दी कार्य : -
पि एच डी के द्वारा और अखण्ड ज्योति के मिली भगत से ही भारत सरकार के कल्याणकारी योजना शौचालय निर्माण में घोर लूट मचाए हुआ है।जब पि एच डी ने यह जानती थी की वर्ष 2014- 15 में शौचालय निर्माण में अखण्ड ज्योति के जिला कोडिनेटर उदय सिंह के द्वारा अनियमितता बरता गया है उसे पुनः वर्ष 2017-18 एवं 2019 में भी स्वक्ष भारत अभियान के तहत कराए जा रहे कार्य को अखण्ड ज्योति को दिया।वर्तमान में पेलतौल कला गांव में लगभग एक सौ शौचालय का निर्माण उक्त एन जी ओ कराई है जिसमे देखने वाली बात है की शौचालय बनाए एक वर्ष भी नहीं हुआ और वह फटने लगा।
जर्जर शौचालय का फोटो |
ढलाई में मिटटी का हुआ है प्रयोग :
पेलतौल कला गांव में बनाए गये शौचालय निर्माण के ढलाई में घोर अनियमितता बरती गई है।ढलाई में मिटटी का भी प्रयोग किया गया है।पेलतौल गांव के शौचालय के लाभुक सुमित्रा देवी,पार्वती देवी,देवरानी देवी आदि ने बताइ की हमारे घर के समीप बनाए गए शौचालय का निर्माण अखण्ड ज्योति एन जी ओ के द्वारा कराया गया है जिसमे निर्माण के एक वर्ष भी नहीं हुए हैं और दिवार और ढलाई फट चुकी है दिवार में दरार पड़ गया है।तथा टँकी में ईंट जोड़ाई और ढलाई के जगह पर मिटटी भर दिया गया।जिसका जीता जागता उदाहरण हमारे गांव में एक सौ बनाए गए शौचालय है जो पुरे तरह से जमींदोज होने की स्थिति में है।
क्या कहते हैं डीडी सी :-
उपविकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद ने बताये की अखण्ड ज्योति के द्वारा कराए गए शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की मामला की मुझे जानकारी नहीं है और यदि ऐसा कुछ मामला है तो पेलतौल और चिरिदिरि में शौचालय निर्माण की जांच कराया जाएगा।और जांच के बाद एन जी ओ पर कार्रवाई की जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें