जगन्नाथपुर : इस युवा दिवस पर भाईया-बहनों को स्वामी विवेकानंद के तीन सिद्धांतो को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उक्त बातें मुख्य अतिथि जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित युवा दिवस पर कही। उन्होंने कहा कि इन्हीं सिद्धांतों के बल पर हम दुनिया बदल सकते हैं। उन्होंने तीन सिद्धांतो का जिक्र करते हुए कहा कि पहला सिद्धांत है साहसी होना। साहस ऐसी शक्ति है जिससे हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं।एक बार स्वामी विवेकानंद और उसके दोस्त आम तोड़ने के लिए एक बगीचे में जाने लगे
उसके पिता ने कहा के वहां मत जाओ क्योंकि वहां पेड़ में एक भूत रहता है। फिर बाद में स्वामी विवेकानंद रात में अकेले ही पेड़ के नीचे पूरी रात गुजारी लेकिन उसे कोई भूत दिखाई नहीं दिया। दूसरा सिद्धांत उन्होंने यह बताया कि खुद पर विश्वास करें जिस पर जो खुद पर विश्वास करता है उस पर भगवान भी विश्वास करता है जब स्वामी विवेकानंद भाषण देने अमेरिका के शिकागो गए थे तो उन्होंने इस भाषण के लिए 2 महीने के इंतजार किया था इसके बाद वहां पर उन्होंने ऐतिहासिक भाषण दिया था यह भाषण आज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है तीसरा सिद्धांत है अपने शब्दों पर विश्वास करना एक बार एक महिला ने स्वामी विवेकानंद से कहा कि मैं
आपसे शादी करके आप जैसा तेजस्वी और प्रतिभावान संतान चाहती हूं इस पर स्वामी विवेकानंद ने कहा कि एक काम करो मुझे ही अपना बेटा बना लो
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