प्रेसवार्ता करते एसपी व अन्य |
चतराः भाकपा माओवादी नक्सलियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ के बाद पुलिस को बड़ी सफलता हासील हुई है। सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने वशिष्ठनगर जोरी और राजपुर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगल से एक इंसास राइफल समेत भारी संख्या में नक्सली सामान और साहित्य बरामद किया है। समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि मुठभेड़ के बाद चलाए गए सर्च अभियान के दौरान पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने सीलिंग लगा एक लोडेड रेगुलर इंसास, जिंदा कारतूस, फायर गोली का खोखा, मोबाइल सेट, घड़ी, पाउच, नक्सलियों के दैनिक उपयोग में आने वाले सामान और साहित्य बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर आलोक व इंदल अपने सशस्त्र दस्ते के साथ झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाका बेरियो नाला जंगल में सक्रिय है और संगठन के खिसकते जनाधार को पुनः हासिल करने के उद्देश्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ व कोबरा 203 बटालियन के साथ जिला पुलिस और सेट के जवानों की संयुक्त टीम छापेमारी के लिए जंगल में भेजी गई। उन्होंने आगे बताया कि सूचना के आलोक में दल में शामिल जवान और अधिकारी अभियान चला ही रहे थे कि पुलिस को देखकर जंगल में छिपे नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए मुंह तोड़ जवाब दिया। एसपी ने बताया कि खुद पर पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। ज्ञात हो कि शुक्रवार के तड़के सुबह भाकपा माओवादी व पुलिस के बीच हुए भीषण मुठभेड़ में संगठन का एरिया कमांडर चंदर भोक्ता उर्फ गंजू मारा गया था। मारे गए नक्सली के विरुद्ध बिहार-झारखंड के विभिन्न थानों में करीब आधा दर्जन नक्सली मामले दर्ज थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी ने कहा कि नक्सली सरकार के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं। एसपी ने कहा कि अपराध का रास्ता चुन कर नक्सली ना तो अपना और ना ही समाज का भला कर सकते हैं। मुख्यधारा से भटके नक्सली आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर समाज से जुड़ जाएं वरना उनका हर हाल में सफाया कर दिया जाएगा।
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