भद्रकाली मंदिर में महायज्ञ को लेकर किया गया घ्वजारोहण
इटखोरी(चतरा) :-प्रत्येक वर्ष की भांति मकर संक्रांति के मौके पर इस साल भी भद्रकाली मंदिर प्रांगण में होली से पूर्व आयोजित होने वाली नौ दिवसीय महायज्ञ को लेकर यज्ञ समिति द्वारा भव्य यज्ञशाला के अग्नि कोन में झंडा रोहन किया गया। ज्ञात हो कि महायज्ञ का आयोजन माता के दरबार में पिछले 1983-84 से लगातार हो रही है। उसी वक्त से मां भद्रकाली माता की प्रचार प्रसार की शुरुआत भी क्षेत्र के साथ आपास के जिले व राज्यों में हुई। पिछले 35 सालों से जारी यज्ञ के बाद मंदिर के प्रचार प्रसार में राजकीय इटखोरी महोत्सव ने चार चांद लगा दिया है। पिछले दिनों सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पहली बार मंदिर प्रांगण स्थित जिला परिषद अतिथिगृह में बैठक कर न्यू भद्रकाली निर्माण कार्य शुरु करने को लेकर सरकारी फंड से पांच सौ करोड रुपये की सौगात भी दी है। इस तरह अब भद्रकाली मंदिर परिसर विश्व पटल पर अपनी बेहतरीन दस्तक दे दी है। भद्रकाली मंदिर प्रांगण में आयोजित महायज्ञ शुरुआत से हीं अपनी पहचान की गाथा स्वंय लिखी है। झंडा रोहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से यज्ञ कमिटी के सुग्रीवन सिंह, डोमन राणा, शिव सेवक सिंह, मुखिया सीताराम दांगी, विनय सिंह, देव कुमार सिंह एवं नरेश सिंह आदि मौजूद थे।
इटखोरी(चतरा) :-प्रत्येक वर्ष की भांति मकर संक्रांति के मौके पर इस साल भी भद्रकाली मंदिर प्रांगण में होली से पूर्व आयोजित होने वाली नौ दिवसीय महायज्ञ को लेकर यज्ञ समिति द्वारा भव्य यज्ञशाला के अग्नि कोन में झंडा रोहन किया गया। ज्ञात हो कि महायज्ञ का आयोजन माता के दरबार में पिछले 1983-84 से लगातार हो रही है। उसी वक्त से मां भद्रकाली माता की प्रचार प्रसार की शुरुआत भी क्षेत्र के साथ आपास के जिले व राज्यों में हुई। पिछले 35 सालों से जारी यज्ञ के बाद मंदिर के प्रचार प्रसार में राजकीय इटखोरी महोत्सव ने चार चांद लगा दिया है। पिछले दिनों सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पहली बार मंदिर प्रांगण स्थित जिला परिषद अतिथिगृह में बैठक कर न्यू भद्रकाली निर्माण कार्य शुरु करने को लेकर सरकारी फंड से पांच सौ करोड रुपये की सौगात भी दी है। इस तरह अब भद्रकाली मंदिर परिसर विश्व पटल पर अपनी बेहतरीन दस्तक दे दी है। भद्रकाली मंदिर प्रांगण में आयोजित महायज्ञ शुरुआत से हीं अपनी पहचान की गाथा स्वंय लिखी है। झंडा रोहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से यज्ञ कमिटी के सुग्रीवन सिंह, डोमन राणा, शिव सेवक सिंह, मुखिया सीताराम दांगी, विनय सिंह, देव कुमार सिंह एवं नरेश सिंह आदि मौजूद थे।
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