अधिकतर प्रखण्ड मुख्यालय में नही हुआ अलाव की व्यवस्था
चतरा/गिधौर:-जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सोमवार को चतरा का पारा न्यूनतम 4 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस मापी गई। इस ठंड से सबसे ज्यादा परेशान है राहगीरों और यात्रियों को हो रही है। जबकि शाम के 5:00 बजे ही लोग अपने-अपने घरों में दुबकने पर मजबूर हैं। सुबह 9:00 बजे तक कोई भी व्यक्ति बाहर निकलने का साहस नहीं कर पाता। इक्के-दुक्के लोग बाहर निकलते हैं तो गर्म कपड़े से ढके होते हैं। इसके बावजूद भी ठंड का असर हो रहा है। पड़ रही कड़ाके ठंड में कुछ जगह को छोड़ दिया जाये तो अधिकांश प्रखण्ड मुख्यालय में न तो जिला प्रशासन और न ही अंचल प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था किया गया है। जिससे आम आवाम में प्रशासन के प्रति खासे नाराजगी देखी जा रही है।
कई बार ग्रामीणों द्वारा अलाव की व्यवस्था करने की मांग की गई। परंतु इस पर किसी अधिकारी ने थोड़ा भी ध्यान नहीं दिया। वहीं दूसरी तरफ ठंड के कारण कई लोग बीमार के शिकार हो रहे हैं।
चतरा/गिधौर:-जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सोमवार को चतरा का पारा न्यूनतम 4 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस मापी गई। इस ठंड से सबसे ज्यादा परेशान है राहगीरों और यात्रियों को हो रही है। जबकि शाम के 5:00 बजे ही लोग अपने-अपने घरों में दुबकने पर मजबूर हैं। सुबह 9:00 बजे तक कोई भी व्यक्ति बाहर निकलने का साहस नहीं कर पाता। इक्के-दुक्के लोग बाहर निकलते हैं तो गर्म कपड़े से ढके होते हैं। इसके बावजूद भी ठंड का असर हो रहा है। पड़ रही कड़ाके ठंड में कुछ जगह को छोड़ दिया जाये तो अधिकांश प्रखण्ड मुख्यालय में न तो जिला प्रशासन और न ही अंचल प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था किया गया है। जिससे आम आवाम में प्रशासन के प्रति खासे नाराजगी देखी जा रही है।
कई बार ग्रामीणों द्वारा अलाव की व्यवस्था करने की मांग की गई। परंतु इस पर किसी अधिकारी ने थोड़ा भी ध्यान नहीं दिया। वहीं दूसरी तरफ ठंड के कारण कई लोग बीमार के शिकार हो रहे हैं।
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