किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं -- सुभाष सिंह.
चतरा: - कृषक मित्र महासंघ के जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह उपायुक्त से शिकायत कर किसानों के शोषण से संबंधित अनेक मुद्दों पर बात किये।उन्होंने उपायुक्त से कहा कि धान की अधिप्राप्ति में पैक्स अध्यक्ष घोर धाँधली कर रहे हैं जो किसानों के साथ सरासर अन्याय है. प्रति किवन्टल 6 kg से 10 kg तक की कटौती कर रहे हैं जिससे किसानों मे काफी आक्रोश व्याप्त है. किसान विरोध करते हैं तो धान लेने से इंकार किया जाता है ,बेबस हो कर अधिकांश किसान बिचौलियों के पास धान बेचने को मजबूर हैं क्यों कि इतना अधिक धान की कटौती होना, पैक्स गोदाम तक पहुंचाने में खर्च एवं पैकिंग खर्च मिलाकर जोड़ते हैं तो बिचौलियों से मिला हुआ रेट के बराबर होता है. ऐसे में सरकार द्वारा किसानों को बेहतर रेट देने का दावा खोखला साबित हो रहा है. उपायुक्त श्री संदीप सिंह सुभाष सिंह को आश्वस्त करते हुए कहा कि अविलम्ब जांच कर कार्रवाई करेंगे एवं किसानों को भी दोषी ठहराते हुए कहा कि किसान को भी अधिक धान नहीं देना चाहिए और उन्हें संबधित पैक्स के विरुद्ध शिकायत करना चाहिए. इधर सुभाष सिंह ने कहा कि अगर पैक्स अध्यक्ष किसानों को लुटना बन्द नहीं करते हैं तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
चतरा: - कृषक मित्र महासंघ के जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह उपायुक्त से शिकायत कर किसानों के शोषण से संबंधित अनेक मुद्दों पर बात किये।उन्होंने उपायुक्त से कहा कि धान की अधिप्राप्ति में पैक्स अध्यक्ष घोर धाँधली कर रहे हैं जो किसानों के साथ सरासर अन्याय है. प्रति किवन्टल 6 kg से 10 kg तक की कटौती कर रहे हैं जिससे किसानों मे काफी आक्रोश व्याप्त है. किसान विरोध करते हैं तो धान लेने से इंकार किया जाता है ,बेबस हो कर अधिकांश किसान बिचौलियों के पास धान बेचने को मजबूर हैं क्यों कि इतना अधिक धान की कटौती होना, पैक्स गोदाम तक पहुंचाने में खर्च एवं पैकिंग खर्च मिलाकर जोड़ते हैं तो बिचौलियों से मिला हुआ रेट के बराबर होता है. ऐसे में सरकार द्वारा किसानों को बेहतर रेट देने का दावा खोखला साबित हो रहा है. उपायुक्त श्री संदीप सिंह सुभाष सिंह को आश्वस्त करते हुए कहा कि अविलम्ब जांच कर कार्रवाई करेंगे एवं किसानों को भी दोषी ठहराते हुए कहा कि किसान को भी अधिक धान नहीं देना चाहिए और उन्हें संबधित पैक्स के विरुद्ध शिकायत करना चाहिए. इधर सुभाष सिंह ने कहा कि अगर पैक्स अध्यक्ष किसानों को लुटना बन्द नहीं करते हैं तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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