बाल विवाह रोक थाम को लेकर कार्यशाला में मुख्य अतिथि |
प्रतापपुर/चतरा:- शनिवार को प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत सचिवालय भवन में मैत्री नेटवर्क ग्रामीण विकास केंद्र बिहार-झारखंड के द्वारा बाल विवाह एक अभिशाप पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रतापपुर मुखिया रीना देवी, रामपुर मुखिया खेदू यादव तथा विशिष्ट अतिथि समाजसेवी भोला प्रसाद के द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक नरेश भारती ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बाल विवाह सामाजिक कोढ़ है, इसे दूर करने का संकल्प लें, अपने बच्चे-बच्चियों की शादी 18 वर्ष के बाद ही करें। वहीं अन्य वक्ताओं ने कहा कि 2006 में बनाए गए कानून के अनुसार बाल विवाह करने और इस विवाह में सहयोग करने वाले को जुर्माना और 2 वर्ष की जेल की सजा काटनी होगी। उषा देवी ने कहा कि बेटा होता है भाग्य से, लेकिन बेटी होती है सौभाग्य से। लोगों ने इस कार्यक्रम में हाथ उठाकर संकल्प लिया कि हम सभी अपने बच्चों की शादी निर्धारित उम्र सीमा के बाद करेंगे और अपने क्षेत्र में लोगों को भी जागरूक करेंगे। संस्था के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद व सचिव राजेश कुमार ने बताया कि बाल विवाह मुक्त झारखंड बनाने के उद्देश्य से अन्य जगहों के साथ चतरा जिले के प्रतापपुर व कुंदा प्रखंड के विभिन्न गांवों में जगरुक्ता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में संतोष यादव नरसिंह दत सिंह, उषा देवी संजू देवी, सहित कई लोग थे।
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