जगन्नाथपुर (चाईबासा) : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कसिरा गाँव के टोला रेंगासाई में चाचा ने छोटी सी बात को लेकर हुए विवाद में अपने ही दिव्यांग भतीजे को लाठी से पीट-पीटकर घायल कर दिया. उसको बचाने आए उसके भाई तथा भाभी को भी तीर-धनुष लेकर दौड़ा दिया. घटना बीते सोमवार की शाम छह बजे की है. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक अपने पुलिस अधिकारी के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल पहुँचकर न केवल दिव्यांग युवक मुर्गी हिस्सा का जान बचाई बल्कि हमलावर सुपाय हैस्सा को भी घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया. दूसरे दिन मंगलवार को उसे जेल भेज दिया गया.
घायल मुर्गी हेस्सा को जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार करवा कर घर भेज दिया गया.
इस संबंध में उसका भतीजा मुर्गी हेस्सा ने जगन्नाथपुर थाना में अपने चाचा सुपाय हेस्सा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने कहा है कि 10 दिसम्बर की शाम चार बजे चंम्पुआ से काम करके जब वह घर लौटा तो उसकी 7 वर्षीया बेटी सरसों हेस्सा ने उसे बताया कि 55 वर्षीय सुपाय हेस्सा ने झगड़ा करते हुए उस पर पत्थर से हमला कर दिया. पर पत्थर नहीं लगा. उस समय वह बैल चरा रही थी. इसी बीच किसी बात को लेकर उसकी बेटी तथा सुपाय के बीच झगड़ा हो गया. इसके बाद शाम छह बजे उसने सुपाय हेस्सा का घर जाकर पूछा कि उसने सरसों हेस्सा पर हमला क्यों किया? सुपाय हैस्सा नशे में था. वह घर अंदर गया और टांगी लेकर लौटा. फिर टांगी से हमला कर दिया. हमला रोकने के क्रम में उसका दाहिना हाथ जख्मी हो गया. इसके बाद सुपाय फिर घर अंदर गया और लाठी तथा तीर-धनुष लेकर आया और लाठी से हमला कर उसको घायल कर बेहोश कर दिया तथा मृत समझकर मरना बन्द कर दिया। मोके पर जान बचाने आये घायल मुर्गी हैस्सा के भैया भाभी को भी तीर धनुष लेकर हमलावर मारने दौड़ा। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक दल बल के साथ घटनास्थल पहुँचा ओर दिव्यांग मुर्गी हेस्सा का जान बचाई।
इसमें स०अ०नि० उमेश प्रसाद, दिलीप कुमार, तारकनाथ सिंह, उमेश कुमार सिंह एवं ज़िलाबल के जवान शामिल थे।
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