मंगलवार की रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्म होगा:-पादरी
चतरा : क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को हैं, लेकिन तैयारी जोर शोर से चल रही है।इस संबंध में फादर ने कहा कि मंगलवार की रात 12:00 बजे प्रभू यीशु का चरनी में जन्म होगा। उन्होंने बताया कि जैसे ही घड़ी सूई रात के बारह बजे पर पहुंचेगी, वैसे चर्च में घंटी बजने लगेगी। साथ ही साथ आतिशबाजी का भी क्रम शुरू हो जाएगा। उसके के बाद प्रार्थना सभा में लोग एकत्रित होंगे। प्रार्थना के बाद जश्न मनाएंगे। पादरी ने कहा कि प्रभु यीशु के बताए मार्गों पर चलने से ही संपूर्ण विश्व का कल्याण संभव है।
विशेष प्रार्थना सभा का किया गया आयोजन
रविवार को विशेष प्रार्थना सभा के साथ क्रिसमस का उल्लास छाने लगा है। क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को है। लेकिन दो दिन पहले से ही ईसाई बहुल इलाकों में जश्न का वातावरण कायम हो गया है। लोग क्रिसमस पर्व को यादगार बनाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। बाजार में चहल-पहल बढ़ा हुआ है। स्थानीय कैथोलिक चर्च का प्रार्थना सभागार सज कर तैयार है। चरनी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। 22 दिसंबर को संत टेरेसा कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मसीही समुदाय के सैकड़ों लोग एकत्रित हुए। इसके बाद क्रिसमस गैदरिग का भी आयोजन किया गया। फादर नोबोद कुजूर ने बताया कि क्रिसमस पर्व को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही है। प्रभू यीशु के जन्म दिवस को यादगार बनाने के लिए विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह पर क्रिसमस गैदरिग का आयोजन किया जा रहा है।
चतरा : क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को हैं, लेकिन तैयारी जोर शोर से चल रही है।इस संबंध में फादर ने कहा कि मंगलवार की रात 12:00 बजे प्रभू यीशु का चरनी में जन्म होगा। उन्होंने बताया कि जैसे ही घड़ी सूई रात के बारह बजे पर पहुंचेगी, वैसे चर्च में घंटी बजने लगेगी। साथ ही साथ आतिशबाजी का भी क्रम शुरू हो जाएगा। उसके के बाद प्रार्थना सभा में लोग एकत्रित होंगे। प्रार्थना के बाद जश्न मनाएंगे। पादरी ने कहा कि प्रभु यीशु के बताए मार्गों पर चलने से ही संपूर्ण विश्व का कल्याण संभव है।
विशेष प्रार्थना सभा का किया गया आयोजन
रविवार को विशेष प्रार्थना सभा के साथ क्रिसमस का उल्लास छाने लगा है। क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को है। लेकिन दो दिन पहले से ही ईसाई बहुल इलाकों में जश्न का वातावरण कायम हो गया है। लोग क्रिसमस पर्व को यादगार बनाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। बाजार में चहल-पहल बढ़ा हुआ है। स्थानीय कैथोलिक चर्च का प्रार्थना सभागार सज कर तैयार है। चरनी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। 22 दिसंबर को संत टेरेसा कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मसीही समुदाय के सैकड़ों लोग एकत्रित हुए। इसके बाद क्रिसमस गैदरिग का भी आयोजन किया गया। फादर नोबोद कुजूर ने बताया कि क्रिसमस पर्व को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही है। प्रभू यीशु के जन्म दिवस को यादगार बनाने के लिए विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर को है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह पर क्रिसमस गैदरिग का आयोजन किया जा रहा है।
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