बढ़ते दुष्कर्म और हत्या की घटना पर सभी समाज को सोचने की जरूरत :- सत्यानन्द भोगता
चतरा :- देश में बढ़ते दुष्कर्म व हत्या जैसे जघन्य अपराध को लेकर रविवार को पूर्व कृषि मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने कहा की समाज के लिए ठीक नहीं है। ऐसे घृणित अपराध के कारणों पर विचार करने की जरूरत है। यदि समय रहते हम सब मिलकर इन कारणों और उनके समाधान पर विचार करते हैं तो निश्चित ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा। श्री भोक्ता ने कहा की आए दिन इस तरह की घटना सुन कर मन विचलित हो जाता है। कहीं छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म तो कहीं गैंगरेप जैसी दिल दहला देने वाली घटनाएं हो रही है।आखिर कब तक चलता रहेगा इस तरह की घटनाएं।श्री भोक्ता ने कहा की ऐसी घटनाएं रोकने के लिए जहां एक और कठोर कानूनी प्रावधान की जरूरत है वहीं दूसरी और बच्चों को अच्छे परवरिश और संस्कार देने की भी जरूरत है।अमूमन देखा जाता है कि इस तरह की जघन्य अपराध करने वाले या तो अनपढ़ होते हैं या कम पढ़े लिखे होते हैं, क्योंकि उन्हें ना तो कानून का डर होता है और ना ही वह बढ़िया से कानूनी बातें समझते हैं।इसके लिए जरूरी है कि बच्चों को शिक्षा दी जाए बच्चों की परवरिश अच्छी तरह से हो घर में उन्हें संस्कार इस तरह का दिया जाए ताकि अच्छा बुरा के बारे में भली-भांति समझ सके।कॉलेज में इस समय समय पर चरित्र निर्माण से संबंधित कार्यशाला का आयोजन हो जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा बताया जा सके।श्री भोक्ता ने कहा की अभिभावकों को हमेशा अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देनी चाहिए सामाजिक तौर पर भी इस तरह के अपराध के लिए आवाज बुलंद करने की जरूरत है।
पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता |
चतरा :- देश में बढ़ते दुष्कर्म व हत्या जैसे जघन्य अपराध को लेकर रविवार को पूर्व कृषि मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने कहा की समाज के लिए ठीक नहीं है। ऐसे घृणित अपराध के कारणों पर विचार करने की जरूरत है। यदि समय रहते हम सब मिलकर इन कारणों और उनके समाधान पर विचार करते हैं तो निश्चित ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा। श्री भोक्ता ने कहा की आए दिन इस तरह की घटना सुन कर मन विचलित हो जाता है। कहीं छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म तो कहीं गैंगरेप जैसी दिल दहला देने वाली घटनाएं हो रही है।आखिर कब तक चलता रहेगा इस तरह की घटनाएं।श्री भोक्ता ने कहा की ऐसी घटनाएं रोकने के लिए जहां एक और कठोर कानूनी प्रावधान की जरूरत है वहीं दूसरी और बच्चों को अच्छे परवरिश और संस्कार देने की भी जरूरत है।अमूमन देखा जाता है कि इस तरह की जघन्य अपराध करने वाले या तो अनपढ़ होते हैं या कम पढ़े लिखे होते हैं, क्योंकि उन्हें ना तो कानून का डर होता है और ना ही वह बढ़िया से कानूनी बातें समझते हैं।इसके लिए जरूरी है कि बच्चों को शिक्षा दी जाए बच्चों की परवरिश अच्छी तरह से हो घर में उन्हें संस्कार इस तरह का दिया जाए ताकि अच्छा बुरा के बारे में भली-भांति समझ सके।कॉलेज में इस समय समय पर चरित्र निर्माण से संबंधित कार्यशाला का आयोजन हो जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा बताया जा सके।श्री भोक्ता ने कहा की अभिभावकों को हमेशा अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देनी चाहिए सामाजिक तौर पर भी इस तरह के अपराध के लिए आवाज बुलंद करने की जरूरत है।
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