चतरा:-सावधान यदि आप मयूरहांड प्रखंड के कदगांवा पंचायत स्थित नरचाही स्वास्थ्य उपकेंद्र में इलाज के लिये जाते है तो आपको अपने साथ पीने की पानी भी साथ लाना होगा नही तो बीमारी का इलाज नही बल्कि नया बीमारी लेते आना होगा।बताया जाता है कि नरचाहि स्वास्थ्य केन्द्र में
लगे हैंडपंप से पिछले कई दिनों से गंदा पानी के साथ कई छोटे-छोटे कीड़े भी निकल रहे है। जिसके कारण केंद्र में नियुक्त एएनएम के साथ-साथ केंद्र में आनेवाले मरीजों को भी पानी को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है। मजे की बात यह है कि मरीज अपने ईलाज के दौरान अपने घर से ही पानी लेकर आते है। एएनएम सुशीला कुमारी ने बताया कि प्रसव कराने के दौरान इसी पानी का प्रयोग करना पड़ रहा है। अन्य कोई दूसरा पानी का साधन नही है। पानी इतना गंदा है कि इसका प्रयोग किसी भी कार्य में नही किया जा सकता है। इसके बाबजूद इसी पानी का प्रयोग करना पड़ रहा है। वही केंद्र में लगे समरसेबल पंप भी कई माह से खराब पड़ा है। जिसके कारण केंद्र के अंदर पानी भी नही पहुंच पाता है। पानी की गंभीर समस्या को लेकर कई बार विभाग के साथ स्थानीय मुखिया को भी हैंडपम्प से निकलने वाले गंदा पानी की सूचना दी गयी है इसके बावजूद विभाग ने अभी तक इस विषय पर गंभीरता नही दिखाई है।
लगे हैंडपंप से पिछले कई दिनों से गंदा पानी के साथ कई छोटे-छोटे कीड़े भी निकल रहे है। जिसके कारण केंद्र में नियुक्त एएनएम के साथ-साथ केंद्र में आनेवाले मरीजों को भी पानी को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है। मजे की बात यह है कि मरीज अपने ईलाज के दौरान अपने घर से ही पानी लेकर आते है। एएनएम सुशीला कुमारी ने बताया कि प्रसव कराने के दौरान इसी पानी का प्रयोग करना पड़ रहा है। अन्य कोई दूसरा पानी का साधन नही है। पानी इतना गंदा है कि इसका प्रयोग किसी भी कार्य में नही किया जा सकता है। इसके बाबजूद इसी पानी का प्रयोग करना पड़ रहा है। वही केंद्र में लगे समरसेबल पंप भी कई माह से खराब पड़ा है। जिसके कारण केंद्र के अंदर पानी भी नही पहुंच पाता है। पानी की गंभीर समस्या को लेकर कई बार विभाग के साथ स्थानीय मुखिया को भी हैंडपम्प से निकलने वाले गंदा पानी की सूचना दी गयी है इसके बावजूद विभाग ने अभी तक इस विषय पर गंभीरता नही दिखाई है।
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