एक वर्ष पूर्व लापता युवक पहुंचा घर, दर्ज था अपहरण का मामला, कोर्ट व सीडब्ल्यूसी में बच्चे को दर्ज हुवा बयान
गिद्धौर(चतरा) :-एक वर्ष पूर्व गिद्धौर थाना क्षेत्र के किरकिरा निवासी इजहार अंसारी का नबालीक पुत्र लापता हो गया था, जो एक वर्ष बाद अपने घर पुनः स्वंय पहुंच गया। 28 दिसंबर को बच्चे को गिद्धौर पुलिस द्वारा कोर्ट में व बाल कल्याण समीता में उपस्थित कराकर बयान दर्ज करवाया गया। ज्ञात हो कि कि बीते 25 दिसंबर 2016 को बालक अचानक गायब हो गया और परिजनो को जब कही कुछ पता नही चला तोबालक के पिता ने गिद्धौर थाना में अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। जिसमे गांव के ही समूद मियां को अभियुक्त बनाया गया था। बालक ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष बताया कि वह स्वंय भाग कर रांची जाकर पिस्का मोड़ में एक होटल में काम कर रहा था। वहां से वह सीधा अपने बहन के यहां चतरा जिले के राजपुर थाना पहुंचा। इसके बाद गुरुवार को बहन गिद्धौर थाना लेकर पहुंची और थाना प्रभारी अजय पंजीकार ने इसकी सूचना डीएसपी पितांबर सिंह खैरवार को दी। सूचना मिलते हीं डीएसपी थाना पहुंचकर मामले की जानकारी ली और दर्ज एफआईआर के तहत बालक को कोर्ट व सीडब्ल्यूसी में अलग-अलग उपस्थित कराया गया। सीडब्ल्यूसी में बच्चे का लिखित व मौखीक बयान अध्यक्ष संध्या प्रधान, सदस्य धनंजय तिवारी, स्वेता जयसवाल व इंदुभुषण कुमार के समक्ष दिया गया। हलांकी इस मामले को लेकर हर पहलु पर पुलिस जांच कर रही है।
गिद्धौर(चतरा) :-एक वर्ष पूर्व गिद्धौर थाना क्षेत्र के किरकिरा निवासी इजहार अंसारी का नबालीक पुत्र लापता हो गया था, जो एक वर्ष बाद अपने घर पुनः स्वंय पहुंच गया। 28 दिसंबर को बच्चे को गिद्धौर पुलिस द्वारा कोर्ट में व बाल कल्याण समीता में उपस्थित कराकर बयान दर्ज करवाया गया। ज्ञात हो कि कि बीते 25 दिसंबर 2016 को बालक अचानक गायब हो गया और परिजनो को जब कही कुछ पता नही चला तोबालक के पिता ने गिद्धौर थाना में अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। जिसमे गांव के ही समूद मियां को अभियुक्त बनाया गया था। बालक ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष बताया कि वह स्वंय भाग कर रांची जाकर पिस्का मोड़ में एक होटल में काम कर रहा था। वहां से वह सीधा अपने बहन के यहां चतरा जिले के राजपुर थाना पहुंचा। इसके बाद गुरुवार को बहन गिद्धौर थाना लेकर पहुंची और थाना प्रभारी अजय पंजीकार ने इसकी सूचना डीएसपी पितांबर सिंह खैरवार को दी। सूचना मिलते हीं डीएसपी थाना पहुंचकर मामले की जानकारी ली और दर्ज एफआईआर के तहत बालक को कोर्ट व सीडब्ल्यूसी में अलग-अलग उपस्थित कराया गया। सीडब्ल्यूसी में बच्चे का लिखित व मौखीक बयान अध्यक्ष संध्या प्रधान, सदस्य धनंजय तिवारी, स्वेता जयसवाल व इंदुभुषण कुमार के समक्ष दिया गया। हलांकी इस मामले को लेकर हर पहलु पर पुलिस जांच कर रही है।
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