औद्यौगीक नगरी के मुख्यालय का इक्लौता शैचालय एक वर्ष से बंद, कांगजों व स्लोग्न तक सिमटी स्वच्छता मिशन
चतरा/टंडवा:-जिले के औद्यौगीक नगरी के प्रखंड मुख्यालय टंडवा में बाजार क्षेत्र में बना एक मात्र शौचालय पानी के आभाव में करीब एक वर्ष से बंद पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति तब है जब देश के प्रधानमंत्री व जिले के आला अधिकारी तक हांथ में झाड़ु लेकर सड़क की सफाई कर लोगों को जागरुक करते हुए शैचालय का उपयोग करने को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस संदर्भ में विधायक प्रतिनिधि सह बीस सूत्री जिला सदस्य तारकेश्वर गुप्ता नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि बीडीओ से इस समस्या के समाधान को लेकर भेट कर अविलम्ब स्वच्छ भारत अभियान को सफल करने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि टंडवा में शौचालय नही कारगर होने के कारण सुदूरवर्ती क्षेत्रो के दर्जनों महिला यात्री समेत आम लोगो को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। वहीं शौच के लिए आम आवाम एवं यात्री को टंडवा की नदी पर आश्रित रहना पड़ रहा है। टंडवा के लगभग उन्नीस पंचायत के एक मात्र टंडवा मुख्य बाजार में शौचालय का निर्माण एनटीपीसी के सौजन्य से करवाया गया है। लेकिन इसके रख रखाव के साथ इसके उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था नही की गई।
चतरा/टंडवा:-जिले के औद्यौगीक नगरी के प्रखंड मुख्यालय टंडवा में बाजार क्षेत्र में बना एक मात्र शौचालय पानी के आभाव में करीब एक वर्ष से बंद पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति तब है जब देश के प्रधानमंत्री व जिले के आला अधिकारी तक हांथ में झाड़ु लेकर सड़क की सफाई कर लोगों को जागरुक करते हुए शैचालय का उपयोग करने को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस संदर्भ में विधायक प्रतिनिधि सह बीस सूत्री जिला सदस्य तारकेश्वर गुप्ता नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि बीडीओ से इस समस्या के समाधान को लेकर भेट कर अविलम्ब स्वच्छ भारत अभियान को सफल करने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि टंडवा में शौचालय नही कारगर होने के कारण सुदूरवर्ती क्षेत्रो के दर्जनों महिला यात्री समेत आम लोगो को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। वहीं शौच के लिए आम आवाम एवं यात्री को टंडवा की नदी पर आश्रित रहना पड़ रहा है। टंडवा के लगभग उन्नीस पंचायत के एक मात्र टंडवा मुख्य बाजार में शौचालय का निर्माण एनटीपीसी के सौजन्य से करवाया गया है। लेकिन इसके रख रखाव के साथ इसके उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था नही की गई।
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