मयूरहंड के नदियों से अवैध रुप से बालु उठाव कर भेजा जा रहा है बिहार, प्रशासन बना मुकदर्शक
मयूरहंड(चतरा) :- स्थानिय प्रशासन के उदासिनता के कारण इन दिनों मयूरहंड प्रखंड के नदियों से अवैघ तरीके से बालू का उत्खन्नकर बिहार भेजा जा रहा है। प्रखंड के पेटादेरी नदी के कई घाटों से प्रत्येक दिन लगभग एक ट्रेक्टर बालु माफियाओ द्वारा अवैध रुप से उत्खनन कर बिहार के कई जिलों में भेजा जा रहा है। दिन में चैपारण प्रखंड के पांडेयबारा के नजदिक डंप किया जाता है और रात में बारह चक्का गाडियों से बालु प्रसाशन की मिली भगत से भेजा जा रहा है। स्थानिय लोगों द्वारा इसका विरोध भी किया गया, लेकिन बालु माफिया लोग इतने पहुंच वाले है की ग्रामीणों की एक नही सुनी जाति है। सूत्रों की माने तो कई बार ग्रामीण लिखित शिकायत अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी मयूरहंड को दिया, लेकिन कोई कर्रवाई नही की जा रही है। जबकि रात-दिन बालु माफियाओं द्वारा नदी से बालु निर्भिक होकर ढुलाई करते हैं। ज्ञात हो कि दो माह पूर्व नदी से बालु उठाव को लेकर बर्चस्व को लेकर मयूरहंड के पेटादेरी और पदमा थाना के धोबिया टांड के लोगो के बीच हिंसक झड़प् भी हो चुकी है। इतना ही नही बिना अनुबंध के ही माफियाओं द्वारा फर्जी खनन विभाग का चलान भी चार सौ रुपए का दिया जा रहा है। जिसका सिधा असर गरीबों को मकान बनाने और प्रधानमंत्री योजना के लाभुको को चुकानी पड़ रही है।
मयूरहंड(चतरा) :- स्थानिय प्रशासन के उदासिनता के कारण इन दिनों मयूरहंड प्रखंड के नदियों से अवैघ तरीके से बालू का उत्खन्नकर बिहार भेजा जा रहा है। प्रखंड के पेटादेरी नदी के कई घाटों से प्रत्येक दिन लगभग एक ट्रेक्टर बालु माफियाओ द्वारा अवैध रुप से उत्खनन कर बिहार के कई जिलों में भेजा जा रहा है। दिन में चैपारण प्रखंड के पांडेयबारा के नजदिक डंप किया जाता है और रात में बारह चक्का गाडियों से बालु प्रसाशन की मिली भगत से भेजा जा रहा है। स्थानिय लोगों द्वारा इसका विरोध भी किया गया, लेकिन बालु माफिया लोग इतने पहुंच वाले है की ग्रामीणों की एक नही सुनी जाति है। सूत्रों की माने तो कई बार ग्रामीण लिखित शिकायत अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी मयूरहंड को दिया, लेकिन कोई कर्रवाई नही की जा रही है। जबकि रात-दिन बालु माफियाओं द्वारा नदी से बालु निर्भिक होकर ढुलाई करते हैं। ज्ञात हो कि दो माह पूर्व नदी से बालु उठाव को लेकर बर्चस्व को लेकर मयूरहंड के पेटादेरी और पदमा थाना के धोबिया टांड के लोगो के बीच हिंसक झड़प् भी हो चुकी है। इतना ही नही बिना अनुबंध के ही माफियाओं द्वारा फर्जी खनन विभाग का चलान भी चार सौ रुपए का दिया जा रहा है। जिसका सिधा असर गरीबों को मकान बनाने और प्रधानमंत्री योजना के लाभुको को चुकानी पड़ रही है।
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