अनियंत्रीत हाइवा ने चार बिद्युत प्रवाहीत पोल को तोड़ा, रात होने के कारण टला बड़ा हादसा, हाइवा परीचालन पर रोक को लेकर व्यवसाईयों ने रखी दुकानें बंद
चतरा:- पत्थलगडा के रास्ते कोल वाहनों के संचालन प्रारंभ होते हीं दुर्धटनाएं होनी प्रारंभ हो गई हैं। तड़के करीब दो बजे पत्थलगडा प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी चैक से लेकर सुभाष चैक तक आधे दर्जन विद्युत प्रवाहित खंभे और तार को अनियंत्रित कोयले के ढुलाई में लगे हाइवा ने तोड दियज्ञ। जिससे चैक व आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। रविवार के सुबह लोग सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी नवीन कुमार रजक व एएसआई सुधीर सिंह दल बल के साथ पहुंचकर आक्रोषित स्थनिय लोगों व व्यवसाईयों को समझा बुझाकर सड़क जाम तो हटा लिया। परंतु स्थानीय व्यवसाईयों ने पत्थलगडा बंद का आवाह्न कर दिया। इसके बाद पत्थलगडा के रास्ते कोल वाहनों के परीचालन पर रोक लगाने के मांग को लेकर सभी ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दिए। सभी का कहना है कि जब तक इस रूट से हाइवा के परिचालन पर रोक नहीं लगाई जाती है, तबतक दुकानें बंद रखेंगे। स्थानिय लोगों का कहा है कि पत्थलगडा का रास्ता संकीर्ण व सिंगल होने के साथ गांव की विभिन्न तंग गलियों से होकर गुजरती है। जिसके कारण सड़कों पर लोगों का आवागमन हमेशा होता है।
चतरा:- पत्थलगडा के रास्ते कोल वाहनों के संचालन प्रारंभ होते हीं दुर्धटनाएं होनी प्रारंभ हो गई हैं। तड़के करीब दो बजे पत्थलगडा प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी चैक से लेकर सुभाष चैक तक आधे दर्जन विद्युत प्रवाहित खंभे और तार को अनियंत्रित कोयले के ढुलाई में लगे हाइवा ने तोड दियज्ञ। जिससे चैक व आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। रविवार के सुबह लोग सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी नवीन कुमार रजक व एएसआई सुधीर सिंह दल बल के साथ पहुंचकर आक्रोषित स्थनिय लोगों व व्यवसाईयों को समझा बुझाकर सड़क जाम तो हटा लिया। परंतु स्थानीय व्यवसाईयों ने पत्थलगडा बंद का आवाह्न कर दिया। इसके बाद पत्थलगडा के रास्ते कोल वाहनों के परीचालन पर रोक लगाने के मांग को लेकर सभी ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दिए। सभी का कहना है कि जब तक इस रूट से हाइवा के परिचालन पर रोक नहीं लगाई जाती है, तबतक दुकानें बंद रखेंगे। स्थानिय लोगों का कहा है कि पत्थलगडा का रास्ता संकीर्ण व सिंगल होने के साथ गांव की विभिन्न तंग गलियों से होकर गुजरती है। जिसके कारण सड़कों पर लोगों का आवागमन हमेशा होता है।
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