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खंड का करमा बाजार स्वच्छता से कोसो दूर, हर तरफ लगा है कुड़े का अंबार
मयूरहंड(चतरा) :-जिले के मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र का करमा बाजार स्वच्छता अभियान से कोशों दुर है। आलम यह है कि मुर्गा व मछली बेचने वाले हाट में गंदगी का अंबार लगाकर चल देते हैं। करमा में मंगलवार व शनिवार को दो साप्ताहिक हाट लगती है। हाट में सब्जी से लेकर फल व मुर्गा-मछली की भी दुकाने लगती हैं। पंचायत भवन के सामने ट्रांसफर्मर के पास इटखोरी-हजारीबाग सड़क के किनारे मुर्गा व मछली से निकलने वाले गंदगी फैली रहती है। जिससे आने जाने वाले राहगिरों व आसपास रहने वाले लोगों को दुर्गंध सहना पड़ता है। पंचायत के मुखिया मनीषा कुमारी ने पंचायत भवन में झाड़ू लगा कर स्वच्छ भारत मिशन का याद ग्रामीणों को दिलाई थीं, पर उसका असर मात्र पंचायत भवन में ही सिमट कर रह गया। पंचायत भवन के आस पास आज भी गंदगी का अंबार लगा है। स्वच्छता के नाम पर जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी केवल फोटो खिचवाने और सुर्खियों में रहने के लिए झाडु पकड कर खडा रहते है जमिनी हकिकत कुछ और बयां कर रही है।
खंड का करमा बाजार स्वच्छता से कोसो दूर, हर तरफ लगा है कुड़े का अंबार
मयूरहंड(चतरा) :-जिले के मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र का करमा बाजार स्वच्छता अभियान से कोशों दुर है। आलम यह है कि मुर्गा व मछली बेचने वाले हाट में गंदगी का अंबार लगाकर चल देते हैं। करमा में मंगलवार व शनिवार को दो साप्ताहिक हाट लगती है। हाट में सब्जी से लेकर फल व मुर्गा-मछली की भी दुकाने लगती हैं। पंचायत भवन के सामने ट्रांसफर्मर के पास इटखोरी-हजारीबाग सड़क के किनारे मुर्गा व मछली से निकलने वाले गंदगी फैली रहती है। जिससे आने जाने वाले राहगिरों व आसपास रहने वाले लोगों को दुर्गंध सहना पड़ता है। पंचायत के मुखिया मनीषा कुमारी ने पंचायत भवन में झाड़ू लगा कर स्वच्छ भारत मिशन का याद ग्रामीणों को दिलाई थीं, पर उसका असर मात्र पंचायत भवन में ही सिमट कर रह गया। पंचायत भवन के आस पास आज भी गंदगी का अंबार लगा है। स्वच्छता के नाम पर जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी केवल फोटो खिचवाने और सुर्खियों में रहने के लिए झाडु पकड कर खडा रहते है जमिनी हकिकत कुछ और बयां कर रही है।
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