प्रभावित संघर्ष समिति का ग्रामीणों ने किया विरोध, जनाक्रोश रैली में नही लेंगे भाग
चतरा/टंडवा :-अम्रपाली कोल परियोजना से प्रभावित काशियाडीह, सेरंगदाग, पोकला आदि गांवो के भूरैयतांे, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने विस्थापित प्रभावित संघर्ष समिति का विरोध किया है। ग्रामीणों ने मंगलवार को पंचायत भवन में मुखिया पति रामलखन साव के नेतृत्व में बैठक कर सीसीएल के विरुद्ध बनाई गई, कमेटी का पुरजोर विरोध किया। सभी ने कहा कि कमेटी में वैसे लोगों को ही शामिल किया गया है जो सीसीएल का ही गुणगान करते रहे हैं। जबकि सीसीएल का हमेशा विरोध करने वाले को इसकी जानकारी तक नही दी गई है एवं कमेटी में बाहरी लोगों को शामिल किया गया है। इसमें जुड़े लोग दोहरी नीति अपना रहे हैं, जहां एक ओर सीसीएल को हमेशा सहयोग करते आ रहे हैं। वही लोग विरोध करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि यह कमेटी लोगो को दिग्भ्रमित करने के लिए बनाई गई है। मौके पर उप मुखिया रामौतार राम, रफुल अंशारी, बसंत राणा, सकुर मिया, राजेश चैधरी, गोपाल महतो समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
चतरा/टंडवा :-अम्रपाली कोल परियोजना से प्रभावित काशियाडीह, सेरंगदाग, पोकला आदि गांवो के भूरैयतांे, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने विस्थापित प्रभावित संघर्ष समिति का विरोध किया है। ग्रामीणों ने मंगलवार को पंचायत भवन में मुखिया पति रामलखन साव के नेतृत्व में बैठक कर सीसीएल के विरुद्ध बनाई गई, कमेटी का पुरजोर विरोध किया। सभी ने कहा कि कमेटी में वैसे लोगों को ही शामिल किया गया है जो सीसीएल का ही गुणगान करते रहे हैं। जबकि सीसीएल का हमेशा विरोध करने वाले को इसकी जानकारी तक नही दी गई है एवं कमेटी में बाहरी लोगों को शामिल किया गया है। इसमें जुड़े लोग दोहरी नीति अपना रहे हैं, जहां एक ओर सीसीएल को हमेशा सहयोग करते आ रहे हैं। वही लोग विरोध करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि यह कमेटी लोगो को दिग्भ्रमित करने के लिए बनाई गई है। मौके पर उप मुखिया रामौतार राम, रफुल अंशारी, बसंत राणा, सकुर मिया, राजेश चैधरी, गोपाल महतो समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
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