टंडवा में विकास के नाम पर फैलाया गया प्रदूषण, जान माल खतरे में
चतरा/टंडवा:- हमारा देश गांवों का देश है लेकिन आज टंडवा प्रखंड में परियोजनाओं के आने के बावजूद क्षेत्र का विकास का ढांचा सही नही दिख रहा है। उक्त बातें तिरंगा यात्रा का शुभारंभ करने टंडवा प्रखंड के कमता पहुंचे समाजसेवी सह तिरंगा यात्रा के सूत्रधार सुधांशु सुमन ने कही। उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में बढ़ता प्रदूषण व विस्थापितों का दर्द काफी दुर्भाग्य पूर्ण है। क्षेत्र के युवा वर्ग हताश ओर हैरान है, उनके पास रोजगार नही हैं। वहीं विकास के रुपहले पर्दे पर प्रदूषण की गंगा बह रही है। इन विषम परिस्थियों में हमे आज सचेत होकर आगे बढ़ने की जरूरत है। लोगों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है, यह तभी होगा जब हम तिरंगे की आन बान ओर शान में एक होकर गुस्ताखी करने वाले को एकजुटता का संदेश दें। कामता वासियों ने तिरंगे के सम्मान में संकल्प दोहराया तथा भारत माता की जय, जय हिंद के नारे लगाए एवं तिरंगा झंडा लेकर पूरे गांव में भ्रमण किया। कार्यक्रम में स्थानीय मुखिया शंकर चैरशिया, सुनील सिन्हा, अजीज अंसारी, जसमुद्दीन अंसारी, डॉ. असलम, जमरुदीन अंसारी, सलीम मियां, पूर्व मुखिया मनीर आलम, मुईन अंसारी, मो साबिर, जगरनाथ भोगता, मा.े तबरेज समेत सैकड़ो ग्रामीण शामिल थे।
चतरा/टंडवा:- हमारा देश गांवों का देश है लेकिन आज टंडवा प्रखंड में परियोजनाओं के आने के बावजूद क्षेत्र का विकास का ढांचा सही नही दिख रहा है। उक्त बातें तिरंगा यात्रा का शुभारंभ करने टंडवा प्रखंड के कमता पहुंचे समाजसेवी सह तिरंगा यात्रा के सूत्रधार सुधांशु सुमन ने कही। उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में बढ़ता प्रदूषण व विस्थापितों का दर्द काफी दुर्भाग्य पूर्ण है। क्षेत्र के युवा वर्ग हताश ओर हैरान है, उनके पास रोजगार नही हैं। वहीं विकास के रुपहले पर्दे पर प्रदूषण की गंगा बह रही है। इन विषम परिस्थियों में हमे आज सचेत होकर आगे बढ़ने की जरूरत है। लोगों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है, यह तभी होगा जब हम तिरंगे की आन बान ओर शान में एक होकर गुस्ताखी करने वाले को एकजुटता का संदेश दें। कामता वासियों ने तिरंगे के सम्मान में संकल्प दोहराया तथा भारत माता की जय, जय हिंद के नारे लगाए एवं तिरंगा झंडा लेकर पूरे गांव में भ्रमण किया। कार्यक्रम में स्थानीय मुखिया शंकर चैरशिया, सुनील सिन्हा, अजीज अंसारी, जसमुद्दीन अंसारी, डॉ. असलम, जमरुदीन अंसारी, सलीम मियां, पूर्व मुखिया मनीर आलम, मुईन अंसारी, मो साबिर, जगरनाथ भोगता, मा.े तबरेज समेत सैकड़ो ग्रामीण शामिल थे।
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