चतरा:-झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार प्रजापति ने झारखण्ड स्थापना दिवस पर पारा शिक्षकों के साथ हुए पुलिसिया कार्यवाही पर कड़ी आलोचना की है
झामुमो जिला अध्यक्ष ने कहा कि आज सम्पूर्ण झारखण्ड में पारा शिक्षकों के भरोसे शिक्षा व्यवस्था लगभग पटरी पर है और आज उन्हें अपने हक और अधिकार के लिए सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है और मुख्यमंत्री हिटलरशाही रवैया अपनाते हुए उन शिक्षकों पर राज्य स्थापना दिवस के सुअवसर पर पुलिसिया कार्यवाही करते हुए लाठी चार्ज करवा दिए जिससे कि आम जनमानस में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है,श्री प्रजापति ने कहा कि इसी तरह लगभग दो माह से रसोईया/संयोजिका संघ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहें है पर उनकी मांगों को सुनना और मानना तो दूर असहाय और ठंड से परेसान रसोइयों/संयोजिकाओं पर रात्रि में यह जुल्मी सरकार पानी की बौछार कर लाठी से पिटवा रही है और उन्हें कैम्प जेल में बंद कर रही है झामुमो ज़िला अध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार की यही दमनात्मक रवैया उसके पतन का कारण बनेगी आज पारा शिक्षकों का जितना खून बहा है वो खून का एक एक कतरा इंकलाब लेकर आएगा,झामुमो जिला अध्यक्ष ने सरकार में शामिल आजसू पार्टी को आड़े हांथो लेते हुए कहा कि आजसू का नैतिक पतन हो चुका है और आजसू अभी भी सरकार का साथ देकर यह साबित कर रही है कि वो सत्तालोलुपता में आकंठ डूबी हुई है नही तो अब तक पारा शिक्षकों की आवाज बन सरकार से बाहर हो जाती,श्री प्रजापति ने कहा कि सरकार को अभी भी पारा शिक्षकों से गलती मानते हुए उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक बिचार कर उनकी मांगों को मान लेनी चाहिए नही तो हर हालत में पारा शिक्षकों के ऊपर लाठीचार्ज का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा!झामुमो ज़िला अध्यक्ष ने कहा कि आज हाई स्कूल की बहाली में लगभग पचहत्तर प्रतिशत नोकरी यूपी वालो को ये सरकार दे दी और सरकार ये दलील देती है कि झारखंड के लोगो मे प्रतिभा की कमी है और यहां के लोग अयोग्य है,झामुमो जिला अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि आगे मुख्यमंत्री रघुवर दास को ईश्वर सद्बुद्धि देगी जिससे पारा शिक्षकों की मांग मान कर उनसे माफी मांगे क्योकि आज जो घटना उनके साथ स्थापना दिवस पर घटित हुई है उससे अंग्रेजी हुकूमत में जालियावाला बाग में हुई जुल्म की दास्तां की याद ताजा हो गयी क्योकि सरकार का दंडनात्मक रवैया ऐसा रहा जैसे ये पारा शिक्षक न होकर उग्रवादी या देशद्रोही हों
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