पुलिस के द्वारा बेरहमी से पिटाते पारा शिक्षक |
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पारा शिक्षकों ने घोषणा किया था कि स्थापना दिवस के अवसर पर यदि उनके मांगों पर घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है तो ठीक वरणा काला झंडा दिखाकर विरोध प्रर्दशन व 16 नवंबर से हड़ताल पर चले जाएंगे। मयूरहंड प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने सरकार की बर्बता कि घोर निंदा करते हुए कहा कि सरकार ने हमेशा पारा शिक्षकों को ठगने का काम किया है। आगे कहा कि जब से पूर्ण बहुमत वाली भाजपा की सरकार बनी है पारा शिक्षकों को केवल आश्वासन देकर बरगलाने का काम कर रही है। 2015 में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा करके केवल 10 प्रतिशत मानदेय बढ़ाया गया। मई 2018 में राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई व पांच राज्यों छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उड़ीसा व मध्यप्रदेश में मिल रहे सुविधाओं का रिपोर्ट दो माह में सरकार को सौंप देने की बात कही गई, पर पांच माह से अधिक समय बीतने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और सरकार कहती है कि पारा-शिक्षकों के मांगों के प्रति गंभीर है। सरकार के छलावे से क्षुब्ध प्रदेश कमेटी के निर्णय के आलोक में मयूरहंड प्रखंड के 206 पारा शिक्षक शुक्रवार से हड़ताल पर हैं।
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